शिक्षा मंत्री अरविंद पांडे ने कोरोना की रोकथाम के लिए जिला अधिकारी और मुख्य चिकित्सा अधिकारी के साथ कलेक्टर सभागार में मांगी पूर्ण जानकारी

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प्रदेश के मा0 शिक्षा, खेल व पंचायतीराज मंत्री श्री अरविन्द पाण्डेय ने आज कोविड-19 की रोकथाम हेतु जिलाधिकारी व मुख्य चिकित्साधिकारी के साथ कलेक्ट्रेट सभागार में समीक्षा कर विस्तृत रूप से जानकारी ली। मा0 मंत्री ने कहा कि यह महामारी हमारे लिये एक बडी चुनौती थी जिसे जनपद की पूरी टीम ने कोरोना संक्रमण की रोकथाम हेतु बहुत अच्छा कार्य किया है जो सराहनीय है। उन्होने कहा कि सभी ने टीम भावना के साथ कार्य किया है इसी तरह तीसरी लहर की सम्भावना को देखते हुए हमे और सजग रहने की जरूरत है। कोविड-19 संक्रमण के कराण जो लोग आज हमारे बीच नहीं है उनके प्रति मा0 मंत्री ने अपनी संवेदना प्रकट की। उन्होने मुख्य चिकित्साधिकारी को निर्देश दिये है कि कोविड संक्रमण के दौरान मरीजों से जिन चिकित्सालयों द्वारा मनमाना पैसा वसूला जा रहा है उनको किसी भी दशा में बख्सा न जाये उनके खिलाफ कड़ी कार्यवाही अमल में लायी जाये। उन्होने कहा कि जिन लोगों ने संक्रमण के दौर में जनहित में अच्छा कार्य किया है उनको सम्मानित किया जाये ताकि उनका मनोबल बना रहे। उन्होने जनपद में दवाई, आॅक्सीजन, वैक्सीन, बेड, आइवरमैक्टिन दवा, आयुष किट आदि के सम्बन्ध में भी विस्तृत रूप से जानकारी लेते हुये कहा कि जो दवाईयां आम जनता में वितरण की जानी है उसे शीघ्र वितरण करें ताकि जनता को उसका लाभ मिल सकें। उन्होने कहा कि सरकार व अधिकारी निरंतर आम जन सेवा में हर समय तत्पर है। मा0 मंत्री ने सभी लोगों से अपील करते हुये कहा कि सरकार द्वारा जारी कोविड गाइड लाईन का अनिवार्य रूप से पालन करे ताकि इस महामारी को हम सब मिल कर हरा सकें।
जिलाधिकारी श्रीमती रंजना राजगुरू ने मा0 मंत्री को अवगत कराया कि जनपद में कोरोना संक्रमण रोकथाम के लिए सभी अधिकारियों के द्वारा निरन्तर पूर्ण मनोयोग से कार्य किया जा रहा है, जिसके तहत आज जनपद में संक्रमण के मामलों में तेजी से गिरावट आई है व जनपद में रिकवरी रेट 90 प्रतिशत से अधिक है। उन्होने बताया कि जनपद में वर्तमान में 2800 कोविड एक्टिव केस है जिसमे होम अइसोलेशन में 2600 लोग रह रहे है। उन्होने बताया कि जनपद में लगातार सैम्पलिंग बढाने का कार्य किया जा रहा है ताकि संक्रमण को फैलने से रोका जा सकें। जनपद में आॅक्सीजन पर्याप्त मात्र में है आॅक्सीजन की कोई कमी नही है। उन्होने बताया कि ग्राम सभाओ में सैम्पलिंग के दौरान ही दवाईयों का किट दिया जा रहा है ताकि संक्रमित व्यक्ति को शीघ्र उपचार मिल सकें। उन्होने बताया कि जनपद में निजि चिकित्सालयों को इलाज से सम्बन्धित रेट लिस्ट चस्पा करने के निर्देश दिये गये है व समय-समय पर छापामारी व जांच हेतु टीम का गठन किया गया है। उन्होने बताया कि कोविड-19 की तीसरी लहर की सम्भावना को देखते हुये जनपद स्तर पर संक्रमित बच्चों के ईलाज हेतु 40 बेडो का वार्ड तैयार किया गया है।
मुख्य विकास अधिकारी/नोडल अधिकारी आइवरमैक्टिन हिमांशु खुराना ने मा0 मंत्री जी को बताया कि जनपद को 46 लाख से अधिक आइवरमैक्टिन टैबलेट की प्राप्त हो चुकी है जिन्हे बीएलओ के माध्यम से आम जनता में वितरित की जा रही है। उन्होने बताया कि जनपद में अभी तक 25 हजार आइवरमैक्टिन टैबलेट वितररित की जा चुकी है। उन्होने बताया कि जनपद के प्रत्येक ग्राम पंचायत में 50-50 व शहरी क्षेत्रों में 100-100 कोविड किट रखे गये है। जिसके लिये नोडल अधिकारी नामित किये गये है। उन्होने बताया कि ग्राम पंचायत में संक्रमित होने पर ग्राम स्तर पर गठित कमेटी से कोविड किट प्राप्त कर सकते है।
मुख्य चिकित्साधिकारी डा0 डीएस पंचपाल ने मा0 मंत्री को अवगत कराया कि जनपद में दवाई, बेड आॅक्सीजन से सम्बन्धित किसी प्रकार की कोई समस्या नहीं है। उन्होने बताया कि जनपद में अभी तक 5 लाख 90 हजार लोगों की कोविड-19 सैम्पलिंग की जा चुकी है, जिनमे से लगभग 37 हजार व्यक्ति कोरोना संक्रमित पाये गये थे जिनमे से लगभग 34 हजार संक्रमित व्यक्ति स्वस्थ हो जाने पर डिस्चार्ज किया गया।

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इस अवसर पर नोडल अधिकारी कोविड अस्पताल मैनेजमेंट बंशीधर तिवार, अपर जिलाधिकारी उत्तम सिंह चैहान, एसीएमओ डा0 अविनाश खन्ना आदि उपस्थित थे।

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