सेंचुरी मिल में स्थाई नौकरी की मांग को लेकर संविदा कर्मियों का शहीद स्मारक पर चल रहे धरने को आज एक माह से ऊपर हो गया है, जिसके बाद मिल प्रबंधन ने कड़ा रुख अख्तियार करते हुए संविदा कर्मियों के आंदोलन को अनुचित करार दिया है, मिल प्रबंधन ने स्पष्ट किया है कि अगर आंदोलनरत संविदा श्रमिक जल्द से जल्द अपने काम पर वापस नहीं आए तो उनके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्यवाही की जायेगी।
मिल के कारखाना प्रबंधक एसके बाजपेई ने प्रेस विज्ञप्ति के माध्यम से कहा है कि धरना – प्रदर्शन करने वाले कुछ संविदा श्रमिकों को अनेकों बार सूचित किया जा चुका है कि वह पूर्व की भाँति अपना कार्य शुरू करें । बावजूद इसके संविदा श्रमिक क्षेत्र में मिल द्वारा उन्हें नौकरी से निकालने का भ्रम फैला रहे हैं, उन्होंने कहा की उक्त संविदा कर्मी पिछले लगभग डेढ़ वर्ष में प्रतिमाह औसतन शून्य से 10 दिन तक ही ड्यूटी आए है, और अब वेजजह अनुचित मांग को लेकर आंदोलन कर मिल और आसपास के क्षेत्र की शान्ति व सौहार्द को दूषित कर रहे हैं ।
उन्होंने कहा कि संविदा कर्मियों ने पिछले दिनों मिल में हुई भर्ती पर अनियमितता का आरोप लगाकर श्रम विभाग में शिकायत की थी, श्रम विभाग ने दोनो पक्षों की सुनने वा जांच करने के बाद शिकायत को दाखिल दफ्तर कर दिया था, उन्होंने कहा की भर्ती पूरी पारदर्शिता वा नियमो के अनुसार हुई है, आगे भी संविदा कर्मियों को नियमानुसार भर्ती किया जाएगा, उन्होंने संविदा कर्मियों से जल्द से जल्द ड्यूटी पर नहीं आने पर अनुसासनात्मक कार्यवाही करने की बात कही है।
इधर धरना प्रदर्शन कर रहे संविदा कर्मियों का कहना है की जब तक उनकी मांगी नही मानी जाती है उनका आंदोलन जारी रहेगा।