नैनीताल- यहां स्कूल ने हिंदी मीडियम वाले बच्चों को एडमिशन देने से किया इनकार छात्राओं ने छोड़ा स्कूल

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राज्य के अटल उत्कृष्ट स्कूलों में छठी से अंग्रेजी माध्यम से पढ़ाई शुरू कराने के फैसले का विरोध होने लगा है। नैनीताल के रामनगर में छात्राएं राज्य सरकार के फैसले से इस कदर नाराज हैं, कि उन्होंने स्कूल जाना बंद कर दिया है। छात्राएं अटल उत्कृष्ट स्कूल में अंग्रेजी माध्यम का विरोध कर रही हैं। उनका कहना है कि सरकार उन पर जबरन अंग्रेजी माध्यम थोप रही है। जब तक स्कूल में उत्तराखंड बोर्ड के पैटर्न से पढ़ाई नहीं होगी, वह स्कूल नहीं जाएंगी। वहीं इस पूरे मामले को लेकर बीईओ का कहना है कि सरकार ने अंग्रेजी और हिंदी दोनों माध्यमों से पढ़ाई कराने की बात कही है। आपको बता दें कि शिक्षा मंत्री ने अटल उत्कृष्ट स्कूल में छठी से अंग्रेजी माध्यम से पढ़ाई शुरू कराने की बात कही थी।

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ये भी कहा था कि नौवीं और 11वीं कक्षा में हिंदी और अंग्रेजी दोनों माध्यम में पढ़ाई कराई जाएगी। खताड़ी में स्थित अटल उत्कृष्ट स्कूल की छात्राएं इस फैसले का विरोध कर रही हैं.छात्राओं ने अंग्रेजी माध्यम के विरोध में स्कूल के बाहर धरना दिया था। इस दौरान छात्राओं के अभिभावक भी धरने पर बैठे। धरने पर बैठी छात्राओं ने कहा कि राज्य सरकार विद्यार्थियों के भविष्य से खिलवाड़ कर रही है। छात्राओं ने हिंदी माध्यम से पढ़ाई कराने की मांग की। मामले के तूल पकड़ने के बाद बीईओ ने मौके पर पहुंचकर छात्राओं को समझाया। जिस पर छात्राओं ने धरना तो खत्म कर दिया, लेकिन मंगलवार को विरोध स्वरूप स्कूल नहीं गईं। कुछ छात्राओं ने बताया कि अंग्रेजी माध्यम नहीं हटाया गया, तो वह बड़े आंदोलन की तैयारी करेंगी। वहीं रामनगर की बीईओ वंदना रौतेला ने कहा कि छात्राओं के विरोध के बाद शासन ने अटल उत्कृष्ट स्कूल में हिंदी और अंग्रेजी दोनों माध्यमों में पढ़ाई कराने के निर्देश दिए हैं। इस संबंध में आदेश उनके पास आ गए हैं।

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