
नैनीताल जनपद के भीमताल क्षेत्र से सामने आये एक अत्यंत गंभीर प्रकरण में पति की हत्या के आरोपित पत्नी नीलम उर्फ निर्मला और उसके सहयोगी मनीष मिश्रा जमानत मिलने के बाद न्यायालय में उपस्थित नहीं हो रहे हैं तथा फरार हो गये हैं। न्यायालय द्वारा दोनों के विरुद्ध गैर-जमानती वारंट जारी कर 19 दिसंबर को अनिवार्य रूप से पेश करने के निर्देश दिये गये हैं। वहीं वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डॉ. मंजूनाथ टीसी ने इस प्रकरण को अत्यंत गंभीरता से लेते हुए भीमताल थानाध्यक्ष को आरोपितों की शीघ्र गिरफ्तारी तथा दोनों जमानतदारों के बैंक खातों की गहन जांच करने के आदेश दिये हैं।नैनीताल रियल एस्टेट
आरोपितों के फरार होने पर सख्त हुई पुलिस
जमानत का दुरुपयोग कर लापता हुए दोनों आरोपित
प्राप्त जानकारी के अनुसार रुद्रपुर निवासी अवतार सिंह की हत्या प्रकरण में उसकी पत्नी नीलम उर्फ निर्मला और मनीष मिश्रा पर धारा 302, 201, 120बी, 328, 404 तथा 411 के अंतर्गत अभियोग पंजीकृत है। यह मामला द्वितीय अपर सत्र न्यायाधीश की अदालत में विचाराधीन है। जिला शासकीय अधिवक्ता फौजदारी सुशील कुमार शर्मा द्वारा 19 नवंबर को वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक को भेजे गये पत्र में स्पष्ट कहा गया कि दोनों आरोपित जमानत का दुरुपयोग कर फरार हो गये हैं, जिसके बाद मामला पुलिस की प्राथमिकता सूची में आ गया।
जमानतदारों पर भी गिरेगी गाज
उक्त मामले में आरोपित नीलम के जमानतदार के रूप में गौलापार निवासी होमगार्ड कमला जोशी तथा दूसरे जमानतदार बिंदुखत्ता निवासी भवान सिंह ने 50-50 हजार रुपये जमानत धनराशि जमा की थी। आशंका जताई गई है कि यह धनराशि प्रथमदृष्टया आरोपित नीलम ने ही उपलब्ध कराई हो सकती है। इसी कारण वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने दोनों जमानतदारों के बैंक खातों की जांच करने के आदेश जारी किए हैं। साथ ही जिला कमांडेंट नैनीताल को होमगार्ड कर्मी पर लगे आरोपों की एक माह के भीतर जांच कर न्यायालय को अवगत कराने के निर्देश भी दिये गये हैं।
गैर-जमानती वारंट जारी, गिरफ्तारी सुनिश्चित करने के निर्देश
भीमताल पुलिस सक्रिय
न्यायालय द्वारा दोनों आरोपितों के विरुद्ध गैर-जमानती वारंट जारी कर 19 दिसंबर 2025 को अनिवार्य रूप से न्यायालय में प्रस्तुत करने के आदेश दिये गये हैं। इसी क्रम में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने भीमताल थानाध्यक्ष को तत्काल प्रभाव से आरोपितों की गिरफ्तारी सुनिश्चित करने तथा विवेचना को तेजी से आगे बढ़ाने हेतु स्पष्ट दिशा-निर्देश प्रदान किये हैं।
पुलिस अब आरोपितों के संभावित ठिकानों की तलाश, उनकी गतिविधियों की निगरानी तथा जमानतदारों के आर्थिक लेन-देन की विस्तृत जांच कर रही है। मामला संवेदनशील होने के कारण पुलिस प्रशासन ने इसे उच्च प्राथमिकता पर रखा है


