दिनेशपुर। अश्लीलता के आरोपित शिक्षक पर कार्रवाई न होने से 11वी की पीड़िता सहित कुछ अन्य छात्राओं ने स्कूल छोड़ दिया। घटना के 20 दिन के बाद भी पुलिस आरोपित शिक्षक को गिरफ्तार नहीं कर सकी है। इधर, विभाग जांच में आरोप की पुष्टि होने पर सीईओ ने शिक्षक के विरुद्ध कार्रवाई की संस्तुति कर दी है। इसकी रिपोर्ट उच्चाधिकारियों को भेज दी गई है।
छह अगस्त को एक ग्रामीण ने पुलिस को दी तहरीर में बताया कि उसकी 17 वर्षीय पुत्री दिनेशपुर राजकीय इंटर कालेज में 11वीं की छात्रा है। आरोप है कि रसायन विज्ञान के प्रवक्ता उनकी बेटी से अश्लील बातें कहते थे। कई बार विरोध करने पर भी नहीं मानने पर पीड़िता ने इसकी जानकारी स्वजन को दी। तहरीर के आधार पर पुलिस ने आरोपित प्रवक्ता जिला बिजनौर निवासी जितेंद्र मोहन अग्रवाल के विरुद्ध पाक्सो के अंतर्गत मुकदमा पंजीकृत किया। इधर, मुकदमे की भनक पर आरोपित मेडिकल अवकाश पर चला गया। सीईओ के निर्देश पर प्रधानाचार्य ने पांच सदस्यीय टीम गठित कर जांच कराई तो आरोपों की पुष्टि हुई। विद्यालय की ओर से मुख्य शिक्षा अधिकारी को जांच रिपोर्ट सौंप दी गई है। इधर, घटना के 20 दिन बाद भी आरोपित के पुलिस गिरफ्त से दूर रहने पर स्वजन में रोष है। विभाग की ओर से भी कोई कार्रवाई नहीं हुई है। इससे पीड़ित छात्राओं में भय का माहौल बना है। बताया जा रहा है कि छह सात छात्राओं ने स्कूल छोड़ दिया है। प्रधानाचार्य डा. मधुसूदन मिश्र ने बताया जांच कमेटी की रिपोर्ट जिला मुख्य शिक्षा अधिकारी को सौंप दी गई है।
स्थानीय लोगों में भी रोष महिला कल्याण संस्था की अध्यक्ष हीरा जंगपांगी ने कहा कि पाक्सो के आरोपित शिक्षक को गिरफ्तार कर जेल भेजा जाए। इससे अपराध के विरुद्ध समाज में उदाहरण स्थापित होगा। भाजपा मंडल अध्यक्ष अनादि रंजन मंडल ने मुख्य शिक्षा अधिकारी को पत्र लिखकर आरोपित शिक्षक के खिलाफ जल्द से जल्द कार्रवाई की मांग की है। उन्होंने कहा कि यदि कार्रवाई अमल में नहीं लाई गई तो आंदोलन किया जाएगा।
आरोपित प्रवक्ता पर कार्रवाई का अधिकार एडी को है। इसलिए जांच रिपोर्ट के आधार पर कार्रवाई की संस्तुति कर दी गई है। साथ ही रिपोर्ट भी भेज दी गई है। आगे की कार्रवाई उच्च स्तर से होगी।
- कुंवर सिंह रावत, मुख्य शिक्षा अधिकारी, ऊधम सिंह नगर