हरिद्वार: हरिद्वार स्थित राजाजी टाइगर रिजर्व के सभी गेट 15 जून से पर्यटकों के लिए बंद कर दिये गए. अधिकारियों ने मानसून सीजन के चलते तालाबंदी की घोषणा की है. अब ये गेट आगामी 15 नवम्बर को सैलानियों के लिए खोले जाएंगे. पार्क की चीला रेंज में वन्यजीव प्रतिपालक सरिता भट्ट व वनक्षेत्राधिकारी बीडी तिवारी ने पार्क के गेट बंद करने की घोषणा की . यह वर्ष पर्यटन के लिहाज से पार्क महकमे के लिए बेहतर रहा है. चीला रेंज में इस वर्ष 51 लाख रुपये का राजस्व अर्जित किया है, जो पिछले वर्ष के मुकाबले ज्यादा है. पिछले वर्ष पार्क महकमे को चीला रेंज से 44 लाख का राजस्व अर्जित हुआ था.
अधिकारियों के अनुसार इस बार जंगल सफारी को लेकर विशेष तैयारियां की गई थी. सभी पर्यटन ट्रैकों को दुरुस्त किया गया था. वाहनों की सीमित संख्या होने के बावजूद भी पर्यटक बड़ी संख्या में में यंहा पहुंचे है. जहां पिछले वर्ष यहां पहुंचने वाले पर्यटको की संख्या 16 हजार 990 थी. इस बार पर्यटकों की संख्या बढ़कर 22661 हो गई है. अधिकारियो का दावा है की पर्यटको की यह संख्या और भी अधिक हो सकती थी अगर हरिद्वार शहर में भारी भीड़ के चलते रूट डायवर्जन प्लान न लागू किया गया होता.
सैलानिययों ने किया वन्य जीवों का दीदार
हरिद्वार के राजाजी टाइगर रिजर्व पार्क को सैलानियों ने खूब पसंद किया है. यही वजह है कि पिछली बार की अपेक्षा पार्क महकमें को ज्यादा राजस्व की प्राप्ती हुई है. साथ सैलानियों की संख्या में इजाफा दर्ज किया गया है. पार्क प्रबंधन के अनुसार पिछले साल 44 लाख का राजस्व प्राप्त हुआ था जो इस साल बढ़कर 51 लाख रुपए हो गया. यह साल वन्यजीव पर्यटन के लिहाज से देखे तो इस बार सैलानियों ने जम कर वन्यजीवों के दीदार किये.