तड़के बीच सड़क पर जल रही थी चिता, नजारा देख पुलिस भी हैरान

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Haridwar News: गंगनहर पटरी पर मिले अधजले शव ने पुलिस और स्थानीय लोगों के बीच हड़कंप मचा दिया है। हत्या के बाद शव जलाने की आशंका जताई जा रही है, और इस मामले में कई सवाल उठ रहे हैं। पुलिस को शव की शिनाख्त में कठिनाई हो रही है क्योंकि शव का अधिकांश हिस्सा जल चुका है

घटना की सूचना सबसे पहले सुबह गंगनहर पटरी पर दौड़ लगा रहे युवकों ने दी, जिसके बाद पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस और फोरेंसिक टीम ने घटना स्थल की जांच की, और शव के पास अंतिम संस्कार की सामग्री भी पाई गई, जिससे यह संदेह बढ़ रहा है कि हत्या के बाद साक्ष्य मिटाने के उद्देश्य से शव को जलाया गया हो।

एसएसपी प्रमेंद्र डोबाल और अन्य पुलिस अधिकारियों ने भी हत्या की आशंका जताई है, और इस मामले की जांच कई संभावनाओं को ध्यान में रखकर की जा रही है। विशेष रूप से यह भी देखा जा रहा है कि कहीं शव को उप्र की सीमा से लाकर यहां जलाने की कोशिश तो नहीं की गई। सबसे बड़ा सवाल यह है कि शव को चिता लगाकर जलाने के पीछे का मकसद क्या था, जबकि अपराधी अन्य तरीकों से भी शव को ठिकाने लगा सकते थे। पुलिस को अब इस सवाल का जवाब ढूंढने के साथ-साथ शव की शिनाख्त भी करनी होगी, जो कि इस मामले की जांच में एक महत्वपूर्ण कड़ी साबित होगी।

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नसीरपुर पुल से करीब एक किलोमीटर दूर सड़क किनारे एक पुरुष का अधजला शव मिलने से सनसनी फैल गई। शव को गंगनहर पटरी के किनारे जलाने का प्रयास किया गया था। शव देखने पर तुरंत इसकी सूचना पुलिस को दी गई। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शव को कब्जे में लिया, लेकिन अधिकांश हिस्सा जल जाने के कारण शिनाख्त करना मुश्किल हो गया।

घटनास्थल पर शव जलाने के लिए अंतिम संस्कार में इस्तेमाल होने वाली सामग्री, जैसे लौंग आदि मिली, जिससे हत्या के बाद शव जलाने का संदेह गहराता जा रहा है। एसएसपी प्रमेंद्र डोबाल, एसपी देहात स्वप्न किशोर सिंह, और सीओ मंगलौर विवेक कुमार ने मौके पर पहुंचकर स्थिति की जानकारी ली। वहीं मौके पर फारेंसिक टीम को भी बुलाया गया। पुलिस मामले की छानबीन कर रही है। एसएसपी प्रमेंद्र डोबाल ने भी हत्या की आशंका जताई है। उनका कहना है कि पुलिस मृतक के शव की शिनाख्त के प्रयास कर रही है। इसके बाद ही आगे की कार्रवाई की जाएगी।

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यदि व्यक्ति की हत्या ही मकसद था, तो उसके शव को चिता लगाकर जलाने के पीछे क्या कारण हो सकता है? हत्या के बाद आरोपी शव को गंगनहर या जंगल में फेंककर आसानी से फरार हो सकते थे। इसके बावजूद शव को जलाने का जोखिम उठाने के पीछे क्या मंशा थी, यह सवाल पुलिस के सामने खड़ा है।

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इस सवाल का जवाब पाने से पहले पुलिस को मृतक की शिनाख्त करनी होगी। इसके साथ ही पुलिस इस पहलू की भी जांच कर रही है कि कहीं हत्या उत्तर प्रदेश की सीमा में करके यहां शव जलाकर साक्ष्य मिटाने की कोशिश तो नहीं की गई। शनिवार की सुबह मंगलौर कोतवाली के गुरुकुल नारसन पुलिस चौकी क्षेत्र में चिता लगाकर एक व्यक्ति को जलाने की कोशिश की गई थी।

चिता में व्यक्ति का चेहरा, सीना, पेट और अन्य हिस्से पूरी तरह जल चुके थे, जबकि पैर और कुछ अन्य हिस्से अधजले थे। शव मिलने के बाद हर कोई हत्या की आशंका जता रहा है। एसएसपी प्रमेंद्र डोबाल ने भी संभावना जताई है कि हत्या उत्तर प्रदेश की सीमा में करके शव को यहां जलाया गया हो। हालाँकि, हत्या के पीछे की असली मंशा अभी स्पष्ट नहीं हो पाई है, और यह सवाल बरकरार है।

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