देहरादून। मुख्यालय पुलिस महानिदेशक, उत्तराखण्ड।अशोक कुमार, पुलिस महानिदेशक, उत्तराखण्ड द्वारा विधानसभा, सचिवालय व अन्य सरकारी विभागों में नौकरी दिलाने के नाम पर धोखाधड़ी करने से सम्बन्धित अभियुक्त रितेश पाण्डे के विरूद्ध जनपद ऊधमसिंहनगर, नैनीताल, अल्मोड़ा तथा बागेश्वर में पंजीकृत अभियोगों की विवेचना एसटीएफ की कुमाऊँ यूनिट को स्थानान्तरित करने और अभियुक्त की अवैध रूप से अर्जित की गयी सम्पत्ति को जब्त करने के आदेश पारित किये गये हैं।
बता दें कि सरकारी विभागों में नौकरी दिलाने के नाम पर धोखाधड़ी करने वाले आरोपित रितेश पांडे पर उत्तराखंड पुलिस सख्त एक्शन लेने जा रही है।
डीजीपी डीजीपी उत्तराखंड अशोक कुमार ने ठग रितेश पांडे पर लगे अभियोगों की विवेचना एसटीएफ की कुमाऊँ यूनिट को सौंपने के आदेश दिये हैं।
डीजीपी उत्तराखंड ने आरोपित द्वारा अवैध रूप से अर्जित संपत्ति सम्पत्ति को जब्त करने के भी आदेश दिये हैं। डीजीपी के आदेश के बाद रितेश पाण्डे पर ऊधम सिंह नगर, नैनीताल, अल्मोड़ा व बागेश्वर में दर्ज मुकदमें एसटीएफ की कुमाऊँ यूनिट को स्थानान्तरित किये जायेंगे।
गौरतलब है कि सरकारी नौकरी का झांसा देकर 2 करोड़ रूपये की ठगी करने वाले मोस्ट वांटेड रितेश पाण्डेय को अल्मोड़ा पुलिस ने 9 दिसंबर को गिरफ्तार किया था।
रितेश पाण्डेय पुत्र मोहन चन्द्र पाण्डेय, निवासी जेल रोड़ हल्द्वानी जिला नैनीताल ने अल्मोड़ा, नैनीताल, उधमसिंहनगर, बागेश्वर जिलों में 2 करोड़ रूपये की ठगी की। चार जिलों में वांटेड के खिलाफ कुल 14 मुकदमें दर्ज हुए थे।
अकेले अल्मोड़ा जिले में ठग ने 15 लोगों को नौकरी का झांसा देकर 40 लाख रूपये ऐंठे थे। अल्मोड़ा जिले में वांटेड के खिलाफ 2 मुकदमें दर्ज हुए।