देहरादून : उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी में रविवार को भड़की हिंसा में 8 लोगों की मौत हो गई. आरोप है कि केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा के बेटे आशीष मिश्रा के बेटे आशीष मिश्रा की कार ने प्रदर्शन कर रहे किसानों को रौंद दिया, जिससे ये मौते हुई है जबकि उनके मंत्री पिता का कहना है कि उस वक्त उनका बेटा वहां मौजूद नहीं था। इस पूरे बवाल के बाद सियासत भी तेज हो गई है. उत्तराखंड मेंकिसानों समेत कांग्रेस में आक्रोश है।बता दें कि आज सोमवार को देहरादून के घंटाघर में कांग्रेस ने सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करते हुए भाजपा सरकार का पुतला दहन किया और साथ ही जमकर नारेबाजी की।
कांग्रेस ने इसे गुंडागर्दी बताया और सरकार के खिलाफ जमकर विरोध प्रदर्शन किया।इस दौरान नेता प्रतिपक्ष प्रीतम सिंह , कांग्रेस उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना, गरीमा धसौनी समेत कांग्रेस के कई वरिष्ठ नेता और सैंकड़ों कार्यकर्ता मौजूद रहे।बता दें कि इससे पहले हरीश रावत ने एक घंटे का मौन उपवास किया और लखीमपुर खीरी में मारे गए किसानों को शहीद का दर्जा देते हुए श्रद्धांजलि अर्पित की। बता दें कि इसी के साथ पूर्व सीएम हरीश रावत ने अपनी गिरफ्तारी दी है और प्रदेश भर में और भी कई कांग्रेस नेता अपनी गिरफ्तारी देंगे।