
देहरादून शहर के पर्यटन केंद्रित इलाके किमाड़ी में प्लास्टिक निस्तारण की व्यवस्था स्थापित करने के बाद अब दून के आउटर एरिया बिधौली में भी एसडीसी फाउंडेशन ने प्लास्टिक बैंक मिशन की शुरुआत की है। देहरादून-मसूरी रूट पर पर्यटन स्थल किमाड़ी में स्थापित मैग्गी पॉइंट प्लास्टिक बैंकों की व्यापक जनसहभागिता के बाद बिधौली में स्थित हॉस्टल एवं मैग्गी पॉइंट में भी प्लास्टिक बैंकों की स्थापना होगी।
किमाड़ी के बाद अब बिधौली में होगी प्लास्टिक बैंक मिशन की शुरुआत
देहरादून स्थित पर्यावरण और एडवोकेसी समहू सोशल डेवलपमेंट फॉर कम्युनिटीज (SDC) फाउंडेशन द्वारा संचालित प्लास्टिक बैंक प्रोजेक्ट के तहत बिधौली स्थित पीपल ट्री हॉस्टल में बिधौली, कंडोली और पौंदा में स्थित विभिन्न हॉस्टल संचालकों, प्रबंधकों, और मैगी प्वाइंट संचालकों के साथ प्लास्टिक पर चर्चा कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य बिधौली, कंडोली और पौंदा क्षेत्र में स्थापित हॉस्टल एवं मैगी पॉइंट के प्लास्टिक कचरे के उचित प्रबंधन और रीसाइक्लिंग के उपायों पर चर्चा करना था।
प्लास्टिक को रीसायकल कर किया जाएगा उपयोग
इसके अलावा कार्यक्रम के द्वारा स्थानीय समुदाय और व्यवसायियों को जागरूक किया गया कि वे प्लास्टिक के कचरे को सही तरीके से फाउंडेशन द्वारा स्थापित प्लास्टिक बैंकों में एकत्रित करें, जिससे न केवल पर्यावरण को बचाया जा सके, बल्कि प्लास्टिक की रीसाइक्लिंग कर उसे नए रूप में उपयोग किया जा सके। कार्यक्रम की शुरुआत करते हुए एसडीसी फाउंडेशन से दिनेश सेमवाल ने प्लास्टिक कचरा प्रबंधन के महत्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि प्लास्टिक प्रदूषण एक गंभीर समस्या है, जिसे हम सभी को मिलकर हल करना होगा।
बता दें इस इस पहल से यह उम्मीद की जा रही है कि हॉस्टल संचालक और दुकानदार प्लास्टिक के उचित प्रबंधन में भागीदारी बढ़ाकर प्लास्टिक प्रदूषण को कम करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे। बिधौली के साथ-साथ पर्यटन की अपार संभावनाओं से युक्त शहर के एक और आउटर इलाके द्वारा, जोलियां, अखंडवाली भिलंग क्षेत्र में भी फाउंडेशन अपनी सेवाएं देना शुरू कर रहा है।फाउंडेशन के सदस्य प्यारेलाल ने बताया कि प्लास्टिक कचरे के उचित प्रबंधन के लिए प्लास्टिक बैंक प्रोजेक्ट के माध्यम से उनकी संस्था ने देहरादून में पिछले एक साल में 300 से ज्यादा प्लास्टिक बैंकों की स्थापना की है।
1 लाख से अधिक लोगों के सहयोग से किया जा रहा प्लास्टिक बैंकों को संचालित
प्लास्टिक बैंक स्थापित करने का मुख्य उद्देश्य स्कूल, कॉलेज, हॉस्टल और किमाड़ी जैसे पर्यटक स्थलों में प्लास्टिक कलेक्शन, सेग्रीगेशन की व्यवस्था कर एक सिस्टम बनाना है। बता दें वर्तमान में फाउंडेशन ने देहरादून के 92 स्कूलों, देहरादून – किमाड़ी-मसूरी रूट पर 94 मैगी प्वाइंट, बिधौली में 40 हॉस्टल, द्वारा रूट पर 38, 9 विश्वविद्यालयों और महाविद्यालयों, 7 रेजिडेंट वेलफेयर एसोसिएशन, 7 शोरूम और बहुत से अन्य संस्थानों के लगभग 1 लाख से अधिक लोगों के सहयोग से प्लास्टिक बैंकों को संचालित कर रहा है।