लोकसभा चुनाव नजदीक आते ही सभी राजनीतिक पार्टियां अपनी-अपनी तैयारियों में जोरों-शोरों से दमखम दिखा रही हैं। मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस भी लोकसभा चुनाव की तैयारियों में जुट गया है। लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस भूतपूर्व सैनिकों का सम्मेलन करने जा रही है। जिसको लेकर सूबे में अब सियासत होने लगी है।
कांग्रेस कराएगी भूतपूर्व सैनिकों के सम्मेलन
राज्य में होने वाले 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस भूतपूर्व सैनिकों के सम्मेलन आयोजित करने का निर्णय लिया है। इसके साथ ही अनुसूचित और जनजाति विभाग के भी सम्मेलन होंगे। बता दें कि ये सभी सम्मेलन जिला स्तर पर आयोजित कराए जाएंगे।
लोकसभा चुनाव के लिए कांग्रेस ने कसी कमर
लोकसभा चुनाव जैसे-जैसे नजदीक आ रहे हैं वैसे-वैसे राजनीतिक दल अपनी कमर कस रहे हैं। कांग्रेस ने भी आगामी लोकसभा चुनावों के लिए अपनी कमर कस ली है। कांग्रेस के प्रदेश उपाध्यक्ष मथुरा दत्त जोशी ने जानकारी देते हुए बताया कि जनवरी में कांग्रेस द्वारा भूतपूर्व सैनिकों के सम्मेलन होने जा रहे हैं जिसमें अनुसूचित जाति व जनजाति विभाग के सम्मेलन भी शामिल हैं।
उन्होंने बताया कि ये सभी सम्मेलन जिला स्तर पर होने जा रहे हैं। जिसमें तमाम विभागों के कार्यकर्ताओं को संगठित करने का कार्य किया जाएगा ताकि आगामी लोकसभा चुनाव में कांग्रेस मजबूती के साथ चुनाव लड़ सके।
कांग्रेस के भूतपूर्व सैनिकों के सम्मेलन पर भाजपा ने कसा तंज
कांग्रेस द्वारा भूतपूर्व सैनिकों के सम्मेलन पर भाजपा ने तंज कसा है। भाजपा प्रदेश प्रवक्ता वीरेंद्र बिष्ट ने कहा जब चुनाव आते ही कांग्रेस पार्टी कदमताल करने लगती अपना अस्तित्व दिखाने के लिए मगर इन सब से कोई फर्क नहीं पड़ने वाला है।
इसके साथ ही उन्होंने कहा कि कांग्रेस के पास कार्यकर्ताओं की भी कमी है और नेताओं की भी कमी है। बाकी जो नेता उनके पास बचे हैं वह आपसी गुटबाजी का शिकार हैं। भाजपा लगातार जनता के संपर्क में है और जनता तक हर एक योजना को पहुंचाने का काम कर रही है।