रूद्रपुर – जिलाधिकारी श्रीमती रंजना राजगुरू ने कलक्टेट सभागार में कोविड-19 से सम्बन्धित नोडल अधिकारियों के साथ प्रदेशो में कोरोना के मामलों में हो रही लगातार बढोत्तरी के दृष्टिगत रखते हुए कोविड-19 संक्रमण से बचाव के सम्बन्ध में तैयारियो की समीक्षा बैठक ली। उन्होने नोडल अधिकारियों को निर्देश देते हुये कहा कि कोविड-19 संक्रमण को फैलने से रोकने के लिये पहले से भी अधिक सतर्क रहने की आवश्यकता है।
सभी अधिकारी अपने-अपने कार्यालयों में आने वाले लोगों से कोविड-19 से सम्बन्धित गाईड लाइनों का पालन अनिवार्य रूप से कराये। उन्होने अधिकारियो को निर्देश देते हुये कहा कि पूर्व में कोविड-19 संक्रमण के दोरान अधिकारियो को जो दायित्व दिए गये थे उन दायित्वो को पुनः गम्भीरता से लेते हुये निर्वहन करने की आवश्यकता है। उन्होने कहा कि किसी भी प्रकार की लापरवाही न बरती जाये यदि किसी भी प्रकार की लापरवाही प्रकाश में आयी तो सम्बन्धित के खिलाफ कड़ी कार्यवाही अमल में लायी जायेगी। उन्होने कहा कि सम्बन्धित विभाग अपने-अपने स्तर पर कोविड-19 संक्रमण की रोक-थाम हेतु सभी तैयारिया पूर्ण कर ले ताकि आवश्कता पडने परिस्थितियों को सम्भाला जा सकें। उन्होने मुख्यचिकित्सा अधिकारी को निर्देश दिये है कि जनपद की सभी सीमाओं पर सैंम्पलिंग व आर.टी.पी.सी.आर. बढ़ाया जाय उन्होने कहा कि निरंतर आर.टी.पी.सी.आर. व सैम्पलिंग करना सुनिश्चिित करें। उन्होने सभी विभागों को निर्देश दिये है कि जिन भी अधिकारी कर्मचारियों की ड्यूटी हरिद्वार कुम्भ मेले में लगी है उनके वापस आने पर उन्हे तत्काल होम आइसोलेट करें व सम्बन्धित का पांच दिन बाद आर.टी.पी.सी.आर. जांच करायें व उन पर नजर रखी जाये। उन्होने सम्बन्धित अधिकारियों को सैम्पलिंग पर फोक्स करने के निर्देश दिये। उन्होने लैबों को 24ग7 की तर्ज पर संचालित करने के निर्देश दिये। उन्होने नोडल अधिकारी को निर्देश दिये कि जनपद की सीमाओं पर काॅन्टेक्ट टेªसिंग व सर्विलांस पर अधिक फोकस दें एवं प्रतिदिन स्वास्थ्य विभाग रिपोर्ट उपलब्ध कराये। उन्होने आशा, एएनएम, आंगनबाडी व हेल्थ वर्करों को निर्देश दिये कि सम्बन्धित सीएचसी/पीएचसी में लोगों की बुखार आदि की नियमित जांच करें व स्वास्थ के अनुसार उचित उपचार देना सुनिश्चित करें। उन्होने सम्बन्धित सीएचसी/पीएचसी के अधिकारियों को निर्देश दिये कि वे ब्लांक स्तर पर विशेष ध्यान दें। उन्होने सम्बन्धित को निर्देश दिये कि पीपी किट, मास्क, सैनेटाईजर, दवाईया व सभी मैन पावर को व्यवस्थित कर ले यदि किसी भी मैन पावर की आवश्कता है तो उसकी मांग मुख्य चिकित्साधिकारी को उपलब्ध कराना सुनिश्चित करें। उन्होने कहा कि यदि किसी भी स्तर पर कमी पायी गयी तो सम्बन्धित चिकित्साधिकारी के खिलाफ कडी से कडी कार्यवाही अमल में लायी जायेगी। उन्होने कहा कि हाईरिस्क क्षेत्र में सतप्रतिशत टेस्टिंग करना सुनिश्चित करें। उन्होने सीएमओ को कहा कि निजी अस्पतालो में कडी नजर रखते हुये जो भी कोरोना संक्रमित लोग पाये जाते है उसकी तत्काल सूचना उपलब्ध कराये व होम आईसोलेशन हेतु एम्बुलेंसो को चिन्हित कर ले ताकि जरूरत पडने पर होम आईसोलेशन में रह रहे लोगों को समुचित व्यवस्था दी जा सकें। उन्होने सम्बन्धित अधिकारी को निर्देश दिये कि कोविड-19 संक्रमण की रोक-थाम के लिये सोशल मीडिया, प्रिंट/इलैक्टाॅनिक मीडिया, आडियो, वीडियो के माध्यम से अधिक से अधिक प्रचार-प्रसार किया जाये। उन्होने सम्बन्धित अधिकारी को पूर्व की भांति त्रिपल सी गठन करते हुये अधिकारियों को नामित करें। उन्होने सम्बन्धित अधिकारी को निर्देश दिये कि होम आईसोलेशन हेतु जिन लोगों के पास व्यवस्था नही है उनके लिये आवश्यक व्यवस्था करना सुनिश्चित करें व उन लोगों पर कडी नजर रखे कि कही होम आइसोलेशन वाले व्यक्ति इधर-उधर घुम तो नही रह रहे है यदि इस तरह के लोग घुमते पाये गये तो सम्बन्धित के साथ ही निगरानी टीम पर भी आवश्यक कार्यवाही की जायेगी। उन्होने सीएमओ को निर्देश दिये कि जो भी व्यक्ति संक्रमित पाये जाते है तो उसकी रिपोर्ट पुलिस व कन्ट्रोल रूम को शीघ्र उपलब्ध कराना सुनिश्चित करें। उन्होने कहा कि कन्ट्रोल रूम 24 घण्टे संचालित रखा जाये।
इस अवसर पर वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक दलीप सिंह कुवंर, मुख्य विकास अधिकारी हिमांशु खुराना, निदेशक यूआईआरडी हरीश चन्द्र काण्डपाल, अपर जिलाधिकारी उत्तम सिंह चैहान, जगदीश चन्द्र काण्डपाल, वीसी डीडीए बंशीधर तिवारी, सचिव जिला विकास प्राधिकरण पंकज उपाध्याय, सीएमओ डा0 डीएस पंचपाल, ओसी एनएस नबियाल, डीडीओ डा0 महेश कुमार, जिला कार्यक्रम अधिकारी उदय प्रताप सिंह, डीपीआरओ विद्या सिंह सोमनाल, एसीएमओ डा0 हरेन्द्र मलिक, डा0 मनु खन्ना, जिला होम्योपैथिक अधिकारी डा0 महेश चन्द्र जोशी, जिला आयुर्वेदिक अधिकारी डा0 आशुतोष पंत, जिला आपदा प्रबन्धन अधिकारी उमाशंकर नेगी आदि उपस्थित थे।