

स्वच्छ भारत मिशन के तहत आयोजित वार्षिक स्वच्छता सर्वेक्षण 2024-25 के नतीजे गुरुवार को घोषित कर दिए गए। राजधानी दिल्ली के विज्ञान भवन में आयोजित कार्यक्रम में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने देशभर के सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले शहरों और निकायों को सम्मानित किया। कार्यक्रम में केंद्रीय आवास एवं शहरी कार्य मंत्री मनोहर लाल भी उपस्थित रहे।इस साल उत्तराखंड के लिए परिणाम मिश्रित रहे। कुछ शहरों ने अपनी रैंकिंग में सुधार किया, वहीं कई पिछड़ गए। देहरादून नगर निगम की रैंकिंग: 62वीं
पिछले साल की तुलना में मामूली सुधार, लेकिन टॉप 50 से बाहर।
वहीं लालकुआं को राष्ट्रीय सम्मान से राष्ट्रपति द्वारा विशेष श्रेणी में सम्मानित किया गया। स्थानीय स्वच्छता कार्यों के लिए सराहना प्राप्त हुई। हरबर्टपुर नगर पालिका, की रैंक: 53वीं (पिछले साल 56वीं) मामूली सुधार, लेकिन अब भी खुले में शौच से मुक्त घोषित नहीं। कूड़ा मुक्त शहर की स्टार रेटिंग भी हासिल नहीं कर पाई।अन्य नगर निकायों का प्रदर्शन –
हरिद्वार: 363वीं रैंक
हल्द्वानी: 291वीं रैंक पिछली बार ( रैंकिंग 237वीं 54 गिरावट)
कोटद्वार: 232वीं रैंक
पिथौरागढ़: 177वीं रैंक
अल्मोड़ा: 907वीं रैंक (राज्य में सबसे पीछे)
राज्य के लिए सबक –
राज्य सरकार और शहरी स्थानीय निकायों को अब अपने-अपने क्षेत्रों में स्वच्छता, कचरा प्रबंधन, और सामुदायिक भागीदारी को और सुदृढ़ करने की आवश्यकता है। विशेषकर हरबर्टपुर, हरिद्वार और अल्मोड़ा जैसे शहरों को सफाई मानकों में सुधार की चुनौती का सामना करना होगा।