
कलाकारों का उत्साहवर्धन करने पहुंचे पूर्व कैबिनेट मंत्री हरीश चंद्र दुर्गापाल, हल्दूचौड़ की रामलीला को बताया सांस्कृतिक धरोहर
हल्दूचौड़।
क्षेत्र में आयोजित होने वाली ऐतिहासिक रामलीला की तैयारियां इन दिनों चरम पर हैं। प्रतिदिन मंच पर कलाकार अपनी भूमिकाओं का गहन अभ्यास कर रहे हैं। आयोजन समिति के पदाधिकारियों ने जानकारी दी कि आगामी 23 सितंबर को वैदिक मंत्रोच्चार एवं विधि-विधान के साथ रामलीला मंचन का विधिवत शुभारंभ किया जाएगा।
रामलीला आयोजन समिति के अध्यक्ष कैलाश दुमका ने बताया कि इस बार दर्शकों की सुविधा और आकर्षण को ध्यान में रखते हुए विशेष व्यवस्थाएं की जा रही हैं। मंच सज्जा, प्रकाश व्यवस्था और ध्वनि प्रणाली को आधुनिक स्वरूप दिया गया है, ताकि लीला मंचन और भी प्रभावशाली हो सके।
इस दौरान पूर्व कैबिनेट मंत्री हरीश चंद्र दुर्गापाल भी रिहर्सल स्थल पहुंचे। उन्होंने कलाकारों का उत्साहवर्धन करते हुए हल्दूचौड़ की रामलीला को क्षेत्र की सांस्कृतिक धरोहर बताया। दुर्गापाल ने कहा कि समिति द्वारा इस धरोहर को जीवंत बनाए रखना सराहनीय कार्य है। उन्होंने पदाधिकारियों का आभार जताते हुए स्थानीय जनता से अपील की कि वे अधिक से अधिक संख्या में पहुंचकर भगवान श्रीराम की लीलाओं का दर्शन करें।
समिति पदाधिकारियों का कहना है कि सभी कलाकार निरंतर मेहनत कर अपनी भूमिकाओं को और अधिक जीवंत बनाने में जुटे हुए हैं। हल्दूचौड़ की रामलीला न केवल ऐतिहासिक महत्व रखती है बल्कि नगर की धार्मिक और सांस्कृतिक पहचान भी है, जिसे हर वर्ष श्रद्धा और उत्साह के साथ मंचित किया जाता है।