कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने पहाड़ी संस्कृति के इस प्रतीक को भी राजनीति से जोड़ दिया। इन्हें ये भी नहीं पता कि पहाड़ी टोपी और आरएसएस की टोपी में क्या फर्क होता है, और दावा कर रहे हैं कि आगामी चुनाव में पूर्ण बहुमत से उत्तराखंड की सत्ता में आएंगे। हाल में उत्तराखंड के पूर्व सीएम और महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने राहुल गांधी की सोच को लेकर ऐसा खुलासा किया, जिसे सुन हर कोई हैरान रह गया।हम आपको बकायदा ANI का वो फेसबुक लिंक भी देखा रहे हैं, जिसमें उनका बयान छपा है। अपनी पुस्तक ‘भारतीय संसद में भगत सिंह कोश्यारी’ के विमोचन के मौके पर उन्होंने आरएसएस और काली टोपी का किस्सा सुनाकर राहुल गांधी पर तंज कसा। भगत सिंह कोश्यारी ने कहा कि राहुल गांधी मानते हैं कि उत्तराखंड की पारंपरिक काली टोपी, जो वो पहनते हैं वह आरएसएस से जुड़ी है। पुस्तक विमोचन के दौरान भगत सिंह कोश्यारी ने कहा, बहुत से लोग काली टोपी देखकर उसी तरह की प्रतिक्रिया देते हैं, जैसे एक बैल को लाल कपड़ा दिखाने पर होती है।उन्होंने कहा कि जब वो सांसद थे, तब एक बार राहुल गांधी ने उनसे पूछा था कि आप काली टोपी क्यों पहनते है? मैंने उनसे कहा कि उत्तराखंड के लोग इस टोपी को पहनते हैं।
इस पर राहुल गांधी ने कहा, नहीं आप आरएसएस से हैं इसलिए ये टोपी पहनते हैं। मैंने उनसे कहा कि मैं आरएसएस से हूं लेकिन टोपी उत्तराखंड की है, वहां के लोग आरएसएस की स्थापना से पहले से इसे पहनते आ रहे हैं। कोश्यारी ने ये भी बताया कि राहुल गांधी ने संसद में सांसदों संग बातचीत के दौरान एक बार फिर से वही सवाल किया था। मैंने उन्हें फिर वही जवाब दिया। खैर, उत्तराखंड के पूर्व सीएम के इस खुलासे के बाद राहुल गांधी एक बार फिर लोगों के निशाने पर हैं। सोशल मीडिया पर उन्हें जमकर लताड़ा जा रहा है, लोग उन्हें उत्तराखंड चुनाव में जीत का दावा करने से पहले वहां की संस्कृति के बारे में जानने-समझने की नसीहत भी दे रहे हैं।