उत्तराखंड स्थित चारधाम की यात्रा 22 अप्रैल से शुरू हो रही है. दरअसल, 22 अप्रैल को अक्षय तृतीया के दिन गंगोत्री और यमुनोत्री धाम के कपाट खुलने के साथ ही चारधाम की यात्रा शुरू हो जाएगी. हालांकि, 27 अप्रैल को बदरीनाथ धाम और 25 अप्रैल को केदारनाथ धाम के कपाट श्रद्धालुओं के लिए खोले जाएंगे।
चारधाम यात्रा की तैयारियों में पर्यटन विभाग जुड़ा हुआ है. इसके साथ ही इस बार चारधाम यात्रा में टूरिस्ट पुलिस की भी तैनाती पर पर्यटन विभाग जोर दे रहा है. ताकि चारधाम की यात्रा पर आने वाले श्रद्धालुओं को बेहतर सुविधा मिल पाए।
पर्यटन एवं पीडब्ल्यूडी मंत्री सतपाल महाराज ने कहा कि पर्यटन विभाग की ओर से व्यवस्थाओं को मुकम्मल कराया जा रहा है. इसके साथ ही यात्रा के दौरान अगर कहीं भी सड़कों को क्षति होती है तो उन सड़कों को तत्काल ठीक कराया जाएगा।
साथ ही कहा कि जोशीमठ से ही यात्रा संचालित होगी, इसके लिए व्यवस्था कर ली गई है. उन्होंने आगे कहा कि अगर भूस्खलन होता है तो उसे हटाने के लिए जेसीबी मशीनें तैनात रहेंगी. कुल मिलाकर, राज्य सरकार चारधाम यात्रा के लिए तैयार है. लिहाजा यात्रा सरल, सुरक्षित और व्यवस्थित ढंग से चलेगी।
पशुपालन विभाग को किया निर्देशित:पिछली बार चारधाम यात्रा के दौरान श्रद्धालुओं और घोड़े, खच्चरों की भी बड़ी संख्या में मौत हुई थी. जिसको लेकर पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग और पशुपालन विभाग को पहले ही व्यवस्थाओं को बेहतर करने के निर्देश दिए जा चुके हैं।
साथ ही कहा कि, पशुपालन विभाग को निर्देश दिए गए हैं कि जब घोड़े और खच्चर चलते है तो उन्हें पसीना आता है, उस समय ठंडा पानी पीने से जानवरों का तबीयत खराब हो जाती है. लिहाजा गर्म पानी की व्यवस्था करने के निर्देश दिए है।
स्वास्थ्य विभाग से मांगी एसओपी:साथ ही पशुपालन विभाग को कहा गया है कि जानवरों के स्वास्थ्य के लिए जो हिदायतें दी जानी चाहिए, उसे देने के लिए कहा है. ताकि जानवरों के स्वास्थ्य का ख्याल रखा जा सके।
इसको लेकर पशुपालन मंत्री सौरभ बहुगुणा से भी बातचीत की गई है. सतपाल महाराज ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग से चारधाम संबंधित एसओपी को मांगा गया है. लिहाजा, जो निर्देश होंगे उसी का पालन करते हुए चारधाम की यात्रा को सुचारू रूप से चलाया जायेगा।
टूरिस्ट पुलिस होगी तैनात:पर्यटन मंत्री ने कहा कि चारधाम यात्रा के दृष्टिगत टूरिस्ट पुलिस को तैनात किए जाने को लेकर काम किया जा रहा है. क्योंकि टूरिज्म पुलिस यात्रियों को इतिहास की जानकारी भी देगी।
साथ ही श्रद्धालुओं को लेकर टूरिस्ट पुलिस का मानवीय दृष्टिकोण होगा. कहा कि यात्रा के दौरान हेली सेवाओं को लेकर तमाम तरह की शिकायतें आती हैं, महंगे दामों पर टिकट बेचने की शिकायत आती रहती है या कालाबाजारी होती है. उसको रोकने के लिए टूरिस्ट पुलिस का इस्तेमाल किया जाएगा।