उत्तराखंड एसटीएफ द्वारा इनामी बदमाशों की धरपकड़ को लेकर चलाया जा रहे अभियान में एसटीएफ को अब तक की सबसे बड़ी सफलता मिली एसटीएफ की टीम ने शिरड़ी महाराष्ट्र से एक लाख रुपये का ईनामी बदमाश गिरफ्तार किया।
पकड़ा गया उक्त बदमाश हरिद्वार जिले से वर्ष 2018 से फरार चल रहा था। वह घोड़ासन /चादर गैंग का लीडर है। उसकी पहचान राजूदास पुत्र मुसाफिर निवासी घोड़ासन थाना घोड़ासन जिला पूर्वी चंपारण मोतिहारी बिहार के रूप में है। शिरड़ी में वे बड़ी घटना को वारदात देने की फिराक में था। एसटीएफ की सूचना पर शिरड़ी पुलिस ने भी उसके छह साथियों को गिरफ्तार किया। वह कई राज्यों से वांछित चल रहा है।वर्ष 2018 में रानीपुर मोड हरिद्वार के पास उसके गिरोह ने प्राईम एप्पल शोरूम से लाखों रूपये के मोबाईल, लैपटॉप, आईपेड पर हाथ साफ किया था। यहां से करीब 40 लाख के सामान की चोरी हुई
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक एसटीएफ आयुष अग्रवाल द्वारा बताया गया कि पिछले एक माह से घोडासन गैंग/चादर गैंग के सदस्यों पर एसटीएफ द्वारा योजना बनाकर कार्य किया जा रहा था तथा बारीकी से जानकारी जुटायी जा रही थी, क्योंकि घोड़ासन गैंग के कई सदस्य काफी समय से वांछित चल रहें हैं। इस गैंग के द्वारा उत्तराखण्ड के अलावा विभिन्न राज्यों में कई बड़े मोबाईल, लैपटॉप के ब्रांडेड शोरूमों से चोरी की घटनायें घटित की गयी हैं। पूर्वा चंपारण बिहार के पास घोडासन गैंग / चादर गैंग द्वारा सम्पूर्ण भारत वर्ष में आपराधिक घटनाओं को अंजाम दिया जाता है। इस गैंग के सदस्य गिरोह बनाकर अपने राज्य से बाहर अलग अलग राज्यों के बड़े शहरों में अपना गैंग लेकर चलते है व शहर के बाहर होटल किराए पर लेते हैं। फिर उस शहर में घटना घटित करने के लिये पहले किसी बड़ी ब्रान्डेड मोबाईल फोन/इलैक्ट्रानिक गैजेट्स की कम्पनी के शोरूम को चिन्हित करते है। उसके बाद रात्रि में उस शोरूम के बाहर चादर लगाकर गिरोह के सदस्य खड़े होते हैं और इस चादर की आड़ में एक सदस्य शोरूम का शटर उठाकर अन्दर जाता है. वहां से लाखों रूपये के कीमती मोबाईल फोन, लैपटॉप आदि मंहगे गैजेट्स को चोरी कर गैंग के सदस्यों के साथ फरार हो जाते है। फिर ये चोरी गये मोबाईल फोन व अन्य कीमती इलेक्ट्रॉनिक सामान को नेपाल जाकर बेच देते हैं, जिससे वे सर्विलान्स से ट्रैक नहीं हो पाते हैं। इस गैंग के सदस्यों का एक जगह ठिकाना नहीं रहता हैं, जिस कारण से इनकी आसानी से गिरप्तारी संभव नहीं हो पाती है ।
आयुष अग्रवाल द्वारा आगे बताया गया कि थाना ज्वालापुर से वर्ष 2018 में एप्पल मोबाइल शोरूम से लाखों की चोरी की घटना को अंजाम देकर फरार शातिर अपराधी राजूदास उर्फ राजू पुत्र मुसाफिर निवासी ग्राम घोडासन, थाना घोडासन, जिला चंपारण, बिहार जो कि एक लाख का इनामी है, पिछले 4 सालों से थाना ज्वालापुर पर पंजीकृत मुकदमा अपराध संख्या
84/2002 धारा 457/380 / 411 भादवि में फरार चल रहा था एवं हरिद्वार पुलिस द्वारा इस अपराधी की पिछले चार वर्षो से तलाश की जा रही थी, लेकिन गिरप्तारी नहीं पायी थी। विगत 04 वर्षो से इसकी गिरप्तारी हेतु काफी प्रयास किये जा चुके थे जिस कारण से मुख्यालय उत्तराखण्ड द्वारा इस अभियुक्त की गिरफ्तारी पर एक लाख रूपये का इनाम रखा गया था। उक्त राजूदास की गिरफ्तारी के लिए एसटीएफ टीम द्वारा घोडासन में ही मुखबिर सक्रिय किये गए थे, जिनसे राजूदास के संबंध में सूचना प्राप्त हुई कि यह अपने गिरोह सहित महाराष्ट्र में किसी बड़ी घटना को करने के लिये गये हैं। इस सूचना पर एसटीएफ द्वारा अपनी एक टीम तुरन्त दिनांक 21/12/22 को सिरडी महाराष्ट्र भेजा गया. वहां पर अभियुक्त राजूदास के सभी सम्भावित ठिकानों पर दबिश देकर शिरडी महाराष्ट्र से गिरप्तारी की गयी। राजूदास ने गिरफ्तारी के दौरान पूछताछ में बताया गया कि मेरी गैंग के 06 अन्य सदस्य भी पिरडी मे अलग अलग ठहरे हैं हम यहां पर किसी बड़े शोरूम की तलाष में आये हैं, जहां पर चोरी की जा सके। इस पूछताछ का योग एसटीएफ टीम द्वारा थाना शिरडी महाराष्ट्र पुलिस को तत्काल दिया गया, जिसके आधार पर शिरडी थाना पुलिस द्वारा अन्य 06 सदस्यों को तलाश कर गिरप्तार किया गया। पकड़े गये अभियुक्त राजू दास को एसटीएफ टीम द्वारा आज हरिद्वार कोर्ट में पेश किया जायेगा ।
गिरफ्तार अपराधी का नाम:-
1- राजूदास पुत्र मुसाफिर निवासी घोडासन थाना घोडासन जिला पूर्वी चंपारण मोतिहारी बिहार उम्र 38 वर्ष आपराधिक इतिहास- अभियुक्त द्वारा कई राज्यों में घटना घटित करना पुछताछ में बताय गया
है जिनकी तस्दीक कर आपराधिक इतिहास की जानकारी की जा रही है।
ज्वालापुर से सम्बंधित घटना का संक्षिप्त विवरणः-
दिनांक 27 जनवरी 2018 को श्री संजीव कुमार द्वारा थाना ज्वालापुर पर रिपोर्ट दर्ज कराई गई कि रानीपुर मोड़ के पास उनका एप्पल स्टोर है एवं रात्रि में एप्पल स्टोर में से शटर तोड़कर एप्पल कम्पनी के मोबाइल लैपटॉप एवं इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस कीमती लगभग 40 लाख तक का सामान चोरी किया गया था।
विशेष:-
इस गैंग को ट्रैस करने में उत्तराखण्ड एसटीएफ के निरीक्षक अबुल कलाम की विषेष भूमिका रही है। उन्होंने अपने सक्रिय नेटवर्क का इस्तेमाल कर गैंग के सदस्यों को चिहिन्त किया गया और उक्त अभियुक्त की गिरप्तारी से ही महाराष्ट्र में होने वाली किसी बड़ी घटना होने से रोका गया है।
पुलिस टीम
1 निरीक्षक अबुल कलाम 2 उप निरीक्षक यादवेंद्र बाजवा • उप निरीक्षक दिलबर नेगी – मु०आरक्षी बृजेन्द्र सिंह चौहान मु०आ० संजय मंधार कॉन्स्टबल महेंद्र सिंह नेगी
ज्ञात हो कि उत्तराखंड के पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार द्वारा इनामी अपराधियों के विरुद्ध चलाए जा रहे अभियान के तहत वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक एसटीएफ आयुष अग्रवाल के नेतृत्व में एसटीएफ द्वारा उत्तराखंड के गैंगस्टर एवं इनामी अपराधियों की लगातार गिरफ्तारी की जा रही है। इनामी अपराधियों के विरूद्ध चलाये जा रहे ऑपरेशन में एसटीएफ द्वारा उत्तराखण्ड के अलावा दूसरे राज्यों में भी लगातार दबिशें दी जा रही हैं जिसके परिणाम स्वरूप एसटीएफ द्वारा विगत डेढ़ माह में 20 कुख्यात इनामी अपराधियों की गिरफ्तारी की गयी है।