उत्तर प्रदेश स्पेशल टास्क फोर्स (STF) को बड़ी सफलता मिली है एसटीएफ ने पश्चिमी उत्तर प्रदेश के कुख्यात गैंगस्टर अनिल दुजाना को मेरठ में एक मुठभेड़ के दौरान मार गिराया है। नोएडा में थाना बादलपुर क्षेत्र के गांव दुजाना के रहने वाले गैंगस्टर अनिल नागर उर्फ अनिल दुजाना पर विभिन्न थानों में 65 से अधिक संगीन केस दर्ज चल रहे थे, जिनमें 18 हत्याएं शामिल थीं। नोएडा, गौतम बुद्ध नगर गाजियाबाद, बुलंदशहर और आसपास के जिलों में अनिल दुजाना का खासा आतंक था। पुलिस ने उस पर इनाम भी घोषित कर रखा था।
जानकारी के मुताबिक गुरुवार को मेरठ में यूपी एसटीएफ और अनिल दुजाना गैंग के बीच सीधी मुठभेड़ हुई, जिसमें अनिल दुजाना ढेर हो गया है। अनिल दुजाना गौतमबुद्ध नगर, गाजियाबाद, एनसीआर समेत आसपास के इलाकों में आतंक का पर्याय माना जाता था।
लखनऊ स्पेशल डीजी लॉ एंड ऑर्डर प्रशांत कुमार ने बताया आज एसटीएफ और बदमाशों के बीच मुठभेड़ हुई। इस मुठभेड़ में गैंगस्टर अनिल दुजाना घायल हुआ जिसकी बाद में मृत्यु हो गई। वह चार पहिया गाड़ी में यात्रा कर रहा था इसके पास से एक 32 की पिस्टल, एक 30 की पिस्टल और भारी मात्रा में कारतूस बरामद हुए हैं।
उन्होंने कहा अनिल दुजाना के ऊपर 64 से अधिक मुकदमें दर्ज थे और पिछले कुछ दिनों में जो माफियाओं और बदमाशों को सजा दिलाने का प्रयास किया गया था उसमें 2 अभियोगों में इसको सजा दी गई थी जेल से छूटने के बाद ये पुन: एक परिवार को धमकी दे रहा था इसने इस परिवार के दो सदस्यों की हत्या पूर्व में की थी। इसके गैंग में करीब 45 लोग है और इसके और साथियों के खिलाफ प्रभावी कार्रवाई की गई है।
अनिल दुजाना उत्तर प्रदेश के टॉप बदमाशों के लिस्ट में था और कुछ दिन पहले ही जेल से रिहा हुआ था, जेल से रिहा होते ही इसने अपने मामले में गवाहों को और व्यापारियों को डराना धमकाना शुरू कर दिया था। कई शिकायतें पुलिस को लगातार मिल रही थी। जानकारी मिली थीं कि जेल से रिहा होते ही उसने गौतमबुद्ध नगर में अपने खिलाफ गवाही दे रहे लोगों को धमकियां दी थीं। अनिल दुजाना गौतमबुद्ध नगर के दादरी थाना इलाके के दुजाना गांव का रहने वाला था। अनिल दुजाना अपराध की दुनिया में करीब 3 दशक से सक्रिय था। दिल्ली एनसीआर समेत हरियाणा और आसपास के जिलों में इस पर 65 से अधिक संगीन मुकदमे दर्ज हैं।