गौरीकुंड में हुए हादसे में तीन लोगों की मौत और 20 लोगों के लापता होने के बाद प्रशासन की नींद खुली है। अब यात्रा मार्ग के और प्रदेश के संवेदनशील इलाकों का सर्वे किया जाएगा।
यात्रा मार्ग के और संवेदनशील इलाकों का होगा सर्वे
गौरीकुंड जैसे हादसे दोबारा ना हो और प्रदेश में ऐसी घटनाओं से बचाव के लिए प्रदेश में चारधाम यात्रा मार्ग सहित सभी मार्गों का सर्वेक्षण कराया जाएगा। इसके लिए सभी जिलों के जिलाधिकारियों को निर्देश दे दिए गए हैं।
इसेक साथ ही बाहर से आकर प्रदेश में काम करने वाले लोगों का सत्यापन भी कराया जाएगा। ऐसा इसलिए किया जाएगा ताकि आपदा की स्थिति या कभी जरूरत पड़ने पर लोगों की जानकारी प्रशासन के पास पहले से ही हो।
सचिव आपदा ने घटनास्थल के दौरे के बाद दिए निर्देश
केदारनाथ पैदल मार्ग पर गौरीकुंड में हुए हादसे के बाद शनिवार को सचिव आपदा प्रबंधन डॉ. रंजीत सिन्हा ने घटनास्थल का दौरा किया। जिसके बाद उन्होंने प्रदेश के सभी जिलाधिकारियों को निर्देश जारी किए।
सर्वे कर तैयार किया जाए ब्यौरा
जिसमें उन्होंने चारधाम यात्रा मार्ग सहित सभी ऐसे स्थानों का सर्वे करने को कहा जहां पर बाहर से आकर लोग पहाड़ों या नदियों के किनारे स्थायी तौर पर दुकानें बनाकर व्यापार कर रहे हैं या फिर घर बनाकर रह रहे हैं। इसकी पूरी रिपोर्ट तैयार किया जाए। इसके साथ ही उन्होंने स्थानीय प्रशासन को ऐसे लोगों की सत्यापन करने के निर्देश भी दिए।