ईश्वरी दत्त भट्ट
हल्द्वानी:- नवीन मंडी बाईपास जो कि हरे-भरे जंगलों से होते हुए ट्रांसपोर्ट नगर की तरफ जाता है, बाईपास शुरू होते ही गंदगी का यह अम्बार किसी के भी दिल को विचलित कर सकता है, इस दीवार पर बकायदा लिखा गया है कि यहाँ पर कूड़ा, कचड़ा,ना फैकें, पकड़े जाने पर आर्थिक दंड वसूला जायेगा,”आज्ञा से उपजिलाधिकारी/ मंडी समिति हल्द्वानी” और सबसे ज्यादा कूड़ा जो कि हरे-भरे जंगलो की शोभा को दूषित कर रहा है। इससे लगता है कि “स्वच्छ भारत मिशन” की परिकल्पना अब समाप्त हो गयी है।
विदित हो कि महात्मा गांधी ने अपने आसपास के लोगों को स्वच्छता बनाए रखने संबंधी शिक्षा प्रदान कर राष्ट्र को एक उत्कृष्ट संदेश दिया था। उन्होंने “स्वच्छ भारत” का सपना देखा था जिसके लिए वह चाहते थे कि भारत के सभी नागरिक एक साथ मिलकर देश को स्वच्छ बनाने के लिए कार्य करें। महात्मा गांधी के स्वच्छ भारत के स्वप्न को पूरा करने के लिए देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी ने 2 अक्टूबर 2014 को स्वच्छ भारत अभियान का सुभारम्भ किया था। इसके सफल कार्यान्वयन हेतु भारत के सभी नागरिकों से इस अभियान से जुड़ने की अपील की थी।
इस अभियान का उद्देश्य अगले पांच वर्ष में स्वच्छ भारत का लक्ष्य प्राप्त करना है ताकि बापू की जयंती पर इस लक्ष्य की प्राप्ति के स्वच्छ भारत के रूप में मनाया जा सके। स्वच्छ भारत अभियान सफाई करने की दिशा में प्रतिवर्ष 100 घंटे के श्रमदान के लिए लोगों को प्रेरित करता है। माननीय प्रधानमंत्री द्वारा मृदला सिन्हा, सचिन तेंदुलकर, बाबा रामदेव, शशि थरूर, अनिल अम्बानी, कमल हसन, सलमान खान, प्रियंका चोपड़ा और तारक मेहता का उल्टा चश्मा की टीम जैसी नौ नामचीन हस्तियों को आमंत्रित किया गया कि वह भी स्वच्छ भारत अभियान में अपना सहयोग प्रदान करें, इसकी तस्वीरें सोशल मीडिया पर साझा करें और अन्य नौ लोगों को भी अपने साथ जोड़ें, ताकि यह एक श्रृंखला बन जाएं। और भारत एक स्वच्छ भारत के रूप में जाना जाए।