आज श्रम भवन में धरनारत भगवती माइक्रोमैक्स के श्रमिक संगठन द्वारा मजदूर अदालत के क्रम में ‘‘मज़दूर जुटान’’ कार्यक्रम सूचारू रुप से गतिमान रहा।
आज पुलिस प्रशासन भी श्रम भवन में उपस्थित रहा और सहायक श्रमायुक्त के समक्ष श्रमिकों की समस्याओं पर चर्चा की। इस दौरान सहायक श्रमायुक्त महोदय मज़दूरों को धरना उठाने की धमकियाँ देते रहे और कहा कि धरना से दबाव बनाने पर वे काम नहीं करेंगे।
इसपर श्रमिक प्रतिनिधियों ने स्पष्ट कहा कि माननीय न्यायाधिकरण और माननीय उच्च न्यायालय के आदेशों का परिपालन में समस्त श्रमिकों की कार्यबहाली करते हुए बकाया वेतन का भुगतान करा दें, धरना स्वतः खत्म हो जाएगा।
श्रमिकों ने कोर्ट के आदेश का परिपालन कराने और श्रमिकों की कार्यबहाली सुनिश्चित करने की मांग की और कहा कि विगत 43 माह से बगैर वेतन उनका संघर्ष जारी है। 30 माह से कोर्ट के आदेशों का परिपालन केवल सुनवाई तक ही सहायक श्रमायुक्त के समक्ष गतिमान है और श्रमिक पक्ष में अब तक कोई कार्यवाही नहीं हुई है और श्रमिकों को आज भी न्याय के लिए इधर उधर भटकना पड़ रहा है।
श्रम अधिकारी शुरू से ही कंपनी प्रबंधन के हित में काम कर रहे हैं और महज तारीख पर तारीख दे रहे हैं। श्रमिकों को न्याय न मिलने और कोर्ट के आदेश परिपालन न होने के चलते श्रमिकों में रोष व्याप्त है और श्रमिकों को आंदोलन करने पर मजबूर किया जा रहा है।
एएलसी महोदय के इस व्यवहार पर श्रमिकों में नाराजगी और बढ़ गई। श्रमिकों ने कहा कि आगे को आंदोलन को और तेज किया जाएगा और सिडकुल की अन्य संघर्षरत श्रमिक संगठनों के साथ मिलकर आंदोलन को बढ़ाने की घोषणा की। कहा कि जबतक कोर्ट के आदेशों के परिपालन में उनकी सवेतन कार्यबहाली नहीं होगी, उनका आंदोलन जारी रहेगा।
आज की सुनवाई के बाद वर्तमान वाद पर आदेश के लिए सहायक श्रमायुक्त महोदय ने अपने पास सुरक्षित रख लिया ।
आज मजदूर जुटान और धरना के समर्थन में शामिल साथियों में जायडस सितरगंज के साथी, करोलिया श्रमिक संगठन और महेंद्रा सीआइई श्रमिक संगठन के साथी उपस्थित रहे। साथ ही भगवती-माइक्रोमैक्स के श्रमिक साथियों में वंदना बिष्ट, भुवनेश्वरी, सूरज सिह बिष्ट, नंदन सिंह, ठाकुर सिह, लोकेश पाठक, प्रकाश चन्द्र, केसर सिंह, अफसर, पंकज बोरा, बिशन सिंह शुभम जडौत आदि मजदूर शामिल रहे।