बिहार में कांग्रेस को बड़ा झटका लगा है। कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अनिल शर्मा रविवार को पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। इस्तीफे के बाद उन्होनें कहा कि 1998 में जब से आरजेडी का कांग्रेस से गठबंधन हुआ था मैं इस गठबंधन का विरोधी रहा हूं। आरजेडी के साथ कांग्रेस का गठबंधन आत्घाती है। लालू के कारण कांग्रेस बिहार में वोट कटवा पार्टी बनके रह गई है।
मेरे पार्टी छोड़ने का यह भी कारण
अनिल शर्मा ने कहा कि बिहार कांगरेस के अध्यक्ष रहते मैं पप्पू यादव पप्पू यादव का विरोध करता था। वह कांग्रेस में शामिल हो गए हैं। उनका महिमामंडन नहीं कर सकता। मेरे पार्टी छोड़ने का यह भी एक कारण है। सोनिया गांधी और राहुल गांधी के नेतृत्व में कांग्रेस कमजोर हुई। अध्यादेश फाड़ने वाले राहुल गांधी आज लालू यादव के साथ गलबहियां लगा रहे मटन भात खा रहे है। मल्ल्कार्जुन खरगे एक बेचारा अध्यक्ष है। उनकी नहीं चलती है वो रिमोट कंट्रोल से कंट्रोल हो रहे हैं।
2020 में भी उठाए थे सवाल
बता दें कि साल 2020 बिहार विधानसभा चुनाव में कांग्रेस 70 सीटों पर लड़ी थी जिस तरह से टिकट वितरण हुआ था उस पर भी अनिल शर्मा ने प्रश्न चिन्ह खड़ा किया था। कई कई मुद्दे पर कई बार पार्टी लाइन से अलग जाकर बयानबाजी की थी। अनिल शर्मा भूमिहार समाज से आते हैं। 2009 मई में बिहार कांग्रेस के अध्यक्ष बने थे। करीब साढ़े तीन साल तक अध्यक्ष रहे।