उत्तराखंड में एक तरफ जहां मूल निवास और सशक्त भू-कानून को लेकर इन दिनों मुद्दा गरमाया हुआ है। तो वहीं दूसरी तरफ भाजपा विधायक विनोद चमोली ने एक ऐसा बयान दिया है जिसे सुनकर हर कोई हैरान हो गया है। अपने बयान में भाजपा विधायक विनोद चमोली उत्तराखंड के भीतर एक और राज्य बनाए जाने की बात कर रहे हैं।
मूल निवास के मसले पर बीजेपी विधायक ने दिया बड़ा बयान
23 दिसंबर को आयोजित मूल निवास स्वाभिमान रैली में उमड़ी भीड़ ने सरकार की टेंशन बढ़ा दी है। कि आखिरकार मूल निवास 1950 लागू करने की मांग पर सरकार क्या कुछ निर्णय ले। वहीं इसी बीच भाजपा विधायक विनोद चमोली ने एक ऐसा बयान दिया है जिससे लोग हैरान है।
दरअसल भाजपा विधायक विनोद चमोली का कहना है कि पहाड़ी राज्य का गठन जिस तरीके से किया गया था उस अवधारणा पर कई चीजें खरी नहीं उतरी हैं। इसलिए पहाड़ी राज्य के लिए खास योजनाओं के तहत काम होना चाहिए। इसके साथ ही मूल निवास और भू कानून ऐसे मुद्दे है इनका समाधान सही से नहीं हुआ तो उत्तराखंड के भीतर एक और राज्य की मांग उठ जाएगी।
उत्तराखंड में उठ सकती है अलग राज्य की मांग
भाजपा विधायक विनोद चमोली तर्क दे रहे हैं कि जिस तरीके से उत्तराखंड राज्य गठन की जो मांग थी वो ओबीसी क्षेत्र घोषित करने को लेकर थी। जो कि राज्य गठन की मांग में तब्दील हो गई। ठीक उसी तरीके से मूल निवास और भू-कानून के मुद्दों का अगर जल्द ही समाधान नहीं हुआ तो अलग राज्य की भी मांग उठ सकती है।
भाजपा विधायक विनोद चमोली के बयान से जहां कई लोग सकते में हैं कि आखिरकार विनोद चमोली को ऐसा बयान क्यों देना पड़ा है। तो वहीं भाजपा का कहना है कि विनोद चमोली की ये भावनाएं हो सकती हैं लेकिन बीजेपी की सरकार और बीजेपी का संगठन प्रदेश की जन भावनाओं के अनुरूप काम करता है।
विनोद चमोली को BJP से तुरंत देना चाहिए इस्तीफा
विनोद चमोली के इस बयान पर कांग्रेस का कहना है कि उनका ये बयान एक तरीके से सही है क्योंकि जब जन भावनाओं की अनदेखी होती हैं तो निष्कर्ष कुछ भी निकल सकता है। इसके साथ ही कांग्रेस का कहना है कि विनोद चमोली को तुरंत भाजपा से इस्तीफा देकर आंदोलनकारियों का समर्थन कर सशक्त भू कानून और मूल निवास के मुद्दे की लड़ाई लड़नी चाहिए।
जबकि राज्य आंदोलनकारियों का कहना है कि राज्य मिलना इतनी आसान बात नहीं है। 42 शहादतों के बाद उत्तराखंड राज्य मिला है इसलिए उत्तराखण्डियों के हित कैसे सुरक्षित हों इस पर काम किया जाना चाहिए और भाजपा विधायक विनोद चमोली को सरकार को सुझाव देने चाहिए कि कैसे मूल निवास 1950 लागू हो।