यहां गदरपुर में अज्ञात व्यक्ति द्वारा महिला की गोद से ढाई माह की बच्ची छीनकर फरार होने मामले का पुलिस ने 48 घंटे के भीतर खुलासा कर दिया है। महिला की कहानी निकली झूठी ,बच्ची को लेकर फरार होने वाला कोई और नहीं महिला का प्रेमी ही निकला। पुलिस ने बच्ची को राजस्थान से सकुशल बराबद कर लिया है।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक दिलीप सिंह कुंवर ने मामले का खुलासा करते हुए कहा कि सरनजीत कौर ने गदरपुर थाने में आकर अपनी ढाई माह की बच्ची परी को किसी अज्ञात व्यक्ति द्वारा छीनकर अपने साथ ले जाने की सूचना दी। सूचना पर थाना पुलिस ने तत्काल ही उच्चाधिकारियों को अवगत कराया गया तथा मामले की गम्भीरता को देखते हुए त्वरित कार्यवाही करते हुए पुलिस टीम द्वारा सरनजीत कौर को साथ लेकर घटना स्थल के आसपास लोगो से पूछताछ व लगे सीसीटीवी कैमरो की फुटेज का अवलोकन किया गया तो सीसीटीवी कैमरे मे सफेद कुर्ता पायजामा व मास्क पहना हुआ एक व्यक्ति दिखाई दिया जिसकी पहचान सरनजीत कौर द्वारा अपनी पुत्री को छीन कर ले जाने वाले व्यक्ति के रूप में की गई। उन्होंने बताया तत्पश्चात पुलिस टीम द्वारा घटना स्थल के आस पास लगे अन्य सीसीटीवी कैमरो की रिकाॅडिंग का गहनता से अवलोकन किया तो उक्त सफेद कुर्ता पायजामा पहना व्यक्ति सरनजीत कौर उपरोक्त के साथ ही घूमता हुआ व स्थानीय रेस्टोरेन्ट मे साथ बैठकर खाना खाते हुए दिखाई दिया व पूछताछ में घटनास्थल के आस-पास के लोगों ने किसी प्रकार का शोर शराबा व घटना की जानकारी का होना नही बताया। जिस कारण उपरोक्त समस्त प्रकरण संदिग्ध प्रतीत हुआ।
एसएसपी ने बताया जब सरनजीत से सख्ती पूछताछ की गयी तो यह तथ्य सामने आया कि सरनजीत कौर का विवाह सतविन्दर सिंह के साथ वर्ष 2015 में हुआ था तथा दोनों की दो पुत्रियां पुषप्रीत कौर ;उम्र 5 वर्ष व जसप्रीत कौर ;उम्र 03 वर्ष हुई। सतविन्दर सिंह ड्राईवरी का कार्य करता था तथा अपनी पत्नी सरनजीत कौर व अपनी दोनों बच्चियों के साथ अपने ससुराल ग्राम मुबारिकपुर थाना नौगांव, जिला अलवर, राजस्थान में रहता था। उन्होंने बताया वर्ष 2017-18 में सतविन्दर सिंह की बीमारी के बाद पति-पत्नी के बीच विवाद व मन मुटाव के चलते सरनजीत कौर अपने दोनों बच्चों के साथ अपने मायके में ही रहने लगी। जबकि सतविन्दर सिंह रजपुरा नं. एक थाना गदरपुर में आकर रहने लगा। इसी दौरान सरनजीत कौर उपरोक्त का अपने गांव में ही रहने वाले टीटू पुत्र फकीर चन्द्र के साथ प्रेम प्रसंग चलने लगा तथा सरनजीत कौर उक्त टीटू के साथ गणेश बिहार थाना शिवजी पार्क जिला अलवर में रहने लगी व इस दौरान दोनों की पुत्री परी उम्र ढाई माह का जन्म हुआ। पारिवारिक सदस्यों की मध्यस्था व बच्चों के भविष्य की बातों को लेकर पुनः माह नवम्बर 2021 में सरनजीत अपनी तीनों पुत्रियों के साथ आकर अपने पति सतविन्द्र के साथ उसके निवास स्थान रजपुरा नं. एक में रहने लगी। इस दौरान टीटू उपरोक्त द्वारा सरनजीत कौर पर अपनी पुत्री परी को वापस देने का दबाव बनाया जाने लगा तथा इसी कारण 17 दिसंबर को टीटू अपनी पुत्री परी को लेने गदरपुर आया था व सरनजीत कौर अपनी पुत्री परी के साथ टीटू से गदरपुर में मिली थी तथा सहमति से परी को लालन पालन हेतु टीटू के सुपुर्द किया था। टीटू परी को लेकर अपने घर गणेश बिहार, थाना शिवाजी पार्क, अलवर राजस्थान चला गया। सरनजीत कौर द्वारा लोक -लाज के भय व पारिवार के सदस्यों को सच न बता पाने की मजबूरी के चलते किसी अज्ञात व्यक्ति द्वारा बच्ची ;परी को छीनकर ले जाने की झूठी कहानी गढ़ी थी। सरनजीत कौर द्वारा परी को अपनी मर्जी से लालन पालन हेतु टीटू को देने की बात प्रकाश में आई है। परी उपरोक्त को पुलिस टीम द्वारा गणेश बिहार थाना शिवाजीपार्क अलवर राजस्थान से गत देर रात सकुशल बरामद किया गया है। सम्पूर्ण प्रकरण असत्य पाये जाने के कारण प्रकरण में सरनजीत के खिलाफ आवश्यक विधिक कार्यवाही की जा रही है। एसएसपी ने मामले का खुलासा करने वाली पुलिस टीम को ढाई हजार रुपये इनाम देने की घोषणा की।
पुलिस टीम -SHO विजेन्द्र शाह थाना गदरपुर, SI सुनील सुतेडी चौकी प्रभारी,SI प्रकाश भट्ट थाना गदरपुर, कानि0 269 इमरान थाना गदरपुर,कानि0 75 कैलाश चन्द्र थाना गदरपुर उपस्थित रहे।