अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस की मुख्य विकास अधिकारी ने सभी को दी शुभकामनाएं

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जिसने बस त्याग ही त्याग किये, जो बस दुसरो के लिए जिये, फिर क्यों उसको धिक्कार दो, उसको भी जीने का अधिकार दो।


अंतरास्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजनान्तर्गत बालिका प्रोत्साहन एवं संवेदीकरण कार्यशाला का आयोजन मुख्य विकास अधिकारी श्री राजेन्द्र सिंह रावत की अध्यक्षता में मुख्य शिक्षा अधिकारी कार्यालय सभागार में हुआ।
कार्यक्रम का शुभारंभ सहायक परियोजना निदेशक विमी जोशी, एसीएमओ डॉ श्वेता खर्कवाल एवं स्कूली छात्रा द्वारा दीप प्रज्ज्वलित कर किया गया।
उसके पश्चात राजकीय इंटर कॉलेज की छात्राओं द्वारा मनमोहित करने वाला स्वागत गीत प्रस्तुत किया।


मुख्य विकास अधिकारी महोदय ने सभी को अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस की शुभकामनाएं दी।
उन्होंने अपने सम्बोधन में भारतीय समाज में महिलाओं की दशा और दिशा पर विचार रखे। उन्होंने कहा कि भारत में महिलाओं को देवी का दर्जा दिया जाता है। हम सब प्राचीन काल से ही ये पंक्तियां पढ़ते और सुनते आए हैं, यत्र नार्यस्तु पूज्यनते, रमन्ते तत्र देवता। अर्थात जहां नारियों की पूजा होती है, वहां देवता निवास करते हैं।
महिलाओं ने अलग-अलग क्षेत्रों में अपना नाम रोशन कर समस्त मानव जाति के लिए अनूठी मिसाल कायम की है।

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कार्यक्रम का संचालन करते हुए जीवन कॉलोनी ने सभी को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस 2022 की थीम ‘जेंडर इक्वालिटी टुडे फॉर ए सस्टेनेबल टुमारो’ (Gender Equality Today For A Sustainable Tomorrow) है। इस थीम का अर्थ है कि एक स्थाई और सामान कल के लिए समाज में लैंगिक समानता जरूरी है। हर वर्ष 8 मार्च का दिन दुनिया भर में अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस ( International Women’s Day ) के तौर पर मनाया जाता है। ये दिन महिलाओं की उपलब्धियों को सलाम करने का दिन है। इस दिन को महिलाओं की आर्थिक, सांस्कृतिक, राजनीतिक, सामाजिक तमाम उपलब्धियों के उत्सव के तौर पर मनाया जाता है।
राजकीय इंटर कॉलेज की छात्राओं ने अपने बहुमूल्य विचार रखते हए कहा की अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस महिलाओं की उपलब्धियों को सलाम करने का दिन है। इस दिन को महिलाओं की आर्थिक, सांस्कृतिक, राजनीतिक, सामाजिक तमाम उपलब्धियों के उत्सव के तौर पर मनाया जाता है। साथ ही उन्हें यह ऐहसास कराया जाता है कि वह हमारे लिए कितनी खास हैं।अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस सबसे पहले 1909 में मनाया गया था। इसे आधिकारिक मान्यता तब दी गई जब 1975 में संयुक्त राष्ट्र ने थीम के साथ इसे मनाना शुरू किया। अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर महिलाओं व उनकी उपलब्धियों के प्रति सम्मान प्रक्रट कर उन्हें प्रोत्साहित किया जाता है। साथ ही भेदभाव मिटाकर समानता के बीच उनके अधिकारों की बात की जाती है।
एसीएमओ डॉ श्वेता खर्कवाल
सहायक परियोजना निदेशक विमी जोशी ने अपने सुंदर विचार प्रस्तुत किये।
इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी महोदय द्वारा जिले में 10th और 12th में टॉप करने वाली व अन्य क्षेत्र में अच्छा प्रदर्शन करने वाली छात्राओं को सम्मानित किया। इसके साथ ही अपने अपने क्षेत्र में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाली महिलाओं को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया।
इस अवसर पर तहसीलदार ज्योति धपवाल, मुख्य शिक्षा अधिकारी भानु प्रताप कुशवाह, कार्यक्रम के मुख्य संयोजक/जिला कार्यक्रम अधिकारी राजेन्द्र प्रसाद बिष्ट, जिला युवा कल्याण अधिकारी बी0एस0 रावत, जिला पंचायती राज अधिकारी रामपाल सिंह, महिला एवं बाल विकास की सीडीपीओ चम्पावत पुष्पा चौधरी, ग्राम पंचायत अधिकारी, ग्राम विकास अधिकारी, ए0एन0एम, आशा कार्यकर्ता, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, महिला पीआरडी, पुलिस आरक्षी, पर्यावरण मित्र महिला, एनजीओ से जुड़ी महिलाओं के साथ साथ विद्यालयी छात्राये उपस्थित रही।

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