गंगोलीहाट। विश्व प्रसिद्ध हाटकाली मंदिर में विगत 9 दिन से चल रहे श्रीमद देवी भागवत कथा का सोमवार को महाभण्डारे के साथ समापन हुआ। पारायण की प्रातः मुख्य यजमान नैन सिंह रावल उनके पुत्र गजेंद्र रावल,कमल रावल,ऋषभ रावल व पौत्र अमन रावल के साथ सपरिवार माँ हाटकाली की शक्ति पीठ का सर्वप्रथम पंचामृत स्नान कराया गया।
उसके बाद पुरोहित दीप चंद्र पंत व पंकज पंत द्वारा विधिविधान से यजमान परिवार को देवी पूजन,पंचांग पूजन कराया गया। तत्पश्चात हवनकुंड में आचार्य मनोज कृष्ण जोशी व मंदिर के पुरोहित दीप चंद्र पंत व पंकज पंत द्वारा मंत्रोचार के साथ विधिवत 21 ब्राह्मणों द्वारा हवन कराया गया साथ ही मुख्य यजमान नैन सिंह रावल व उनके समस्त परिवार द्वारा हवन में पूर्णाहुति दी गयी। इस दौरान सेंकडो भक्तो ने माँ काली के प्रांगण में हो रहे हवन का आनंद लेते हुए माँ हाटकाली के भजन गाये। वही कथावाचक व्यास मनोज कृष्ण जोशी द्वारा श्रीमत देवी भागवत का महात्मय सुनाया गया। तत्पश्चात यजमान नैन सिंह द्वारा सपरिवार कन्यापूजन किया गया। उसके बाद सर्वप्रथम ब्रह्म भोज कराया गया और फिर सायं 4 बजे से विशाल भंडारे का आयोजन हुआ जो देर रात्रि तक जारी रहा। इस दौरान भंडारे में हज़ारो भक्तो ने पहुँचकर प्रसाद ग्रहण किया। 10 दिन के भागवत के दौरान रावल पुजारियों,महिलाओं व बालक बालिकाओं ने दिनरात सेवाभाव से उक्त भागवत को निर्विघ्न रूप से सम्पन्न कराया। वही मुख्य यजमान व पंडा नैन सिंह रावल ने यज्ञ में शामिल सभी लोगो का आभार व्यक्त किया।