चुनावी तैयारी में यूं तो बीजेपी कांग्रेस से काफी आगे नजर आ रही है लेकिन एक मामला ऐसा है जिसमें कांग्रेस बीजेपी से बहुत आगे निकल चुकी है। खासकर उत्तराखंड में इसी मुद्दे को अगर कांग्रेस ने सही से भुनाया तो कांग्रेस पार्टी को इसका बड़ा फायदा और भाजपा को नुकसान भी झेलना पड़ सकता है।
कांग्रेस ने जारी किया अपना घोषणा पत्र लेकिन भाजपा ने नहीं
लोकसभा चुनाव की तैयारी में जुटे सभी राजनीतिक दल जहां एक दूसरे पर वार-पलटवार करते हुए नजर आ रहे हैं। उत्तराखंड में भारतीय जनता पार्टी ने जहां लोकसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस से पहले अपनी तैयारी को शुरू कर दी थी और उन्हें अमली जामा पहनाने का काम कर दिया था। तो वहीं चुनावी तैयारी में आगे होने के बावजूद भी लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर जो घोषणा पत्र आम जनता के सामने रखा जाना है उसमें बीजेपी पिछड़ती हुई नजर आ रही है। जबकि कांग्रेस ने अपना घोषणा पत्र आम जनता के सामने पेश कर दिया है।
अग्निवीर योजना कांग्रेस का बड़ा मुद्दा
19 अप्रैल को पहले चरण के लिए मतदान होना है और उत्तराखंड में पांचों लोकसभा सीटों पर पहले चरण में ही मतदान हो जाएगा ऐसे में आम जनता के सामने कांग्रेस के द्वारा अपने घोषणा पत्र जारी किया गया है, जिसे कांग्रेस ने न्याय पत्र भी नाम दिया है। उसमें कई वादे जनता से किए गए हैं। लेकिन सबसे बड़ा वादा उत्तराखंड के लिहाज से अग्निवीर योजना को माना जा रहा है। क्योंकि उत्तराखंड से हर परिवार का वास्ता सेना से होता है ऐसे में अग्निवीर योजना के तहत 4 साल की सेवा के बाद युवावस्था में ही उत्तराखंड के युवाओं को घर बिठाए जाने की जो योजना है। उसे कांग्रेस चुनावी मुद्दा तो बना ही रही थी।
इसके साथ ही अपने घोषणा पत्र में कांग्रेस ने साफ तौर से स्पष्ट कर दिया है कि अगर कांग्रेस की सरकार केंद्र में आती है तो अग्निवीर योजना को खत्म किया जाएगा और पुरानी प्रथम के तहत ही सेना में भर्ती होगी। जिससे उत्तराखंड के युवाओं का भविष्य भी सुरक्षित होगा। कांग्रेस के सभी उम्मीदवारों की जुबान पर भी अग्निवीर योजना को समाप्त किए जाने का वादा चुनावी वादे में है। कांग्रेस के पास अग्निवीर योजना उत्तराखंड में एक संजीवनी की तरह काम कर सकता है।
बीजेपी के घोषणा पत्र पर उत्तराखंड की जनता की नजरें
उत्तराखंड की आम जनता की नजरे बीजेपी के घोषणा पत्र पर भी लगी हुई है। बात अगर अग्निवीर योजना की करें तो रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के द्वारा कुछ दिनों पहले एक बयान दिया गया था जिसमें उन्होंने अग्निवीर योजना में बदलाव की बात भी कही थी। ऐसे में ये भी माना जा रहा है कि हो सकता है की अग्निवीर योजना में जो बदलाव केंद्र सरकार करना चाह रही हो तो वो बीजेपी के घोषणा पत्र में भी शामिल हो सकता है।