किशनपुर रेंज के वन क्षेत्राधिकारी का संदिग्ध अवस्था में मिला शव-रात्रि खाना खाने के बाद अपने किशनपुर स्थित सरकारी आवास में सोये थे

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लालकुआं। तराई पूर्वी वन प्रभाग किशनपुर रेंज के वन क्षेत्राधिकारी किरन कफल्टिया का उनके विभागीय आवास में संदिग्ध परिस्थितियों में मंगलवार को शव बरामद हुआ है। वन क्षेत्राधिकारी किरन कफल्टिया का उनके विभागीय आवास में संदिग्ध परिस्थितियों में मंगलवार को शव बरामद हुआ है। घटना के बाद से उनके परिवार में कोहराम मचा हुआ है।
  जानकारी के अनुसार किशनपुर रेंज के वन क्षेत्राधिकारी किरन कफल्टिया 58 वर्ष, निवासी हल्द्वानी लालडांठ, गत रात्रि खाना खाने के बाद अपने किशनपुर स्थित सरकारी आवास में सोये थे, प्रात: विभाग के अर्दली दीपक बोरा ने जैसे ही उन्हें उठाने का प्रयास किया तो वह कमरे के दरवाजे के सामने दीवार से सटकर बैठे हुए थे हाथ लगाने पर पता चला कि उनकी मृत्यु हो गई है। वन कर्मचारी ने शोर मचाकर मौजूद वन कर्मियों को बुलाया तथा घटना की जानकारी विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों को दी। मौके पर अपर पुलिस अधीक्षक यातायात एवं अपराध देवेंद्र पिंचा, पुलिस क्षेत्राधिकारी प्रमोद शाह, वन विभाग के एसडीओ ध्रुव सिंह मर्तोलिया, पुलिस क्षेत्राधिकारी गौला आरपी जोशी, पुलिस क्षेत्राधिकारी डौली अनिल जोशी तथा लालकुआं एवं चोरगलिया थानों की पुलिस ने घटनास्थल का बारीकी से निरीक्षण करने के पश्चात शव का पंचनामा भरकर पोस्टमार्टम के लिए हल्द्वानी भेज दिया। 58 वर्षीय मृतक किरन कफल्टिया अपने पीछे पुत्र पुत्री पत्नी सहित भरा पूरा परिवार छोड़ गए हैं। उनके निधन का समाचार मिलने के बाद से ही उनकी धर्मपत्नी अचेत है। इधर पुलिस क्षेत्राधिकारी प्रमोद शाह का कहना है कि पुलिस ने मौके पर जाकर घटनास्थल का बारीकी से मुआयना किया तथा वन क्षेत्राधिकारी की देखभाल करने वाले अर्दली दीपक बोरा से भी पूछताछ की। जिसमें पता चला कि सोमवार की दोपहर को वन क्षेत्राधिकारी किरन ने पर्वतीय फल पुलम खाये थे, जिसके सेवन से उनका पेट खराब हो गया था तथा वह लंबे समय से अस्वस्थ भी चल रहे थे, रात्रि में उनका निधन हो गया।
  विदित रहे कि मूल रूप से ग्राम पलड़ा, पोस्ट ऑफिस गुनियालेख, जनपद नैनीताल निवासी भोला दत्त कफल्टिया के पुत्र किरन कफल्टिया वर्तमान में हल्द्वानी के लालडांठ क्षेत्र में रहते हैं, उनकी मौत की खबर के बाद से उनके परिवार में धर्मपत्नी शोभा देवी अचेतावस्था में है। जबकि पुत्र कमल और पुत्री निधि का रो-रो कर बुरा हाल है। महज डेढ़ वर्ष पूर्व वह किशनपुर रेंज के वन क्षेत्र अधिकारी नियुक्त हुए थे।

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