वनाग्नि घटनाओं से निपटने के लिए आज जिलाधिकारी विनीत कुमार ने दिये निर्देश

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बागेश्वर :-वनाग्नि घटनाओं से निपटने के लिए आज जिलाधिकारी विनीत कुमार के निर्देशन में जिला प्रशासन, वन विभाग, तहसील प्रशासन, स्वास्थ विभाग, पुलिस महकमे आदि विभागों द्वारा वनाग्नि मॉक ड्रिल किया गया। मॉक ड्रिल का आयोजन तहसील बागेश्वर के छतीना, कपकोट में जसौली, कांडा में लीसा डिपो क्षेत्र तथा गरुड़ में वज्यूला के पास एफ0सी0आई0 गोदाम के पास किया गया। जिला आपदा कंट्रोल रूम को मिली सूचना के अनुसार आज तहसील बागेश्वर के छतीना, कपकोट में जसौली, कांडा में लीसा डिपो क्षेत्र तथा गरुड़ में वज्यूला के पास एफ0सी0आई0 गोदाम के पास आग लगने की सूचना प्राप्त हुई। घटना की सूचना प्राप्त होते ही इंसीडेंट रिस्पांस सिस्टम (आई0आर0एस0) की टीम को सक्रीय कर घटना क्षेत्र की ओर रवाना किया गया। डीसीआर से प्राप्त सूचना के अनुसार तहसील बागेश्वर के छतीना क्षेत्र में जंगल में आग से एक पेड के गिरने से सड़क मार्ग अवरूद्ध हो गया तथा एक बकरी व एक ग्रामीण के झुलसने की सूचना प्राप्त हुई।

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वहीं काण्डा क्षेत्रान्तर्गत लीसा डिपो के पास अन्नापूर्णा क्षेत्र वनाग्नि से एक गाय की मृत्यु हो गयी तथा तीन बकरियां घायल हो गयी तथा 06 स्थानीय ग्रामीणों के घास के लूटे जल गयें, कपकोट क्षेत्रान्तर्गत जसोली के जंगल में लगी आग आबादी क्षेत्र में फैलने से दो बकरियों के मरने व दो के झुलसने व पांच स्थानीय ग्रामीण आग बुझाते हुए झुलसने की सूचना प्राप्त हुई, वहीं गरूड क्षेत्रान्तर्गत वज्यूला रोड में एफ0सी0आई गोदाम के पास जंगल में आग लगने के कारण एक बैल हल्का झुलस गया। घटना घटित होते ही जिलाधिकारी विनीत कुमार ने जिला आपदा कंट्रोल रूम पहुंचकर संबंधित घटना के संबंध में पूर्ण जानकारी प्राप्त की तथा संबंधित अधिकारियों के साथ बैठक करते हुए चारों तहसीलों में लगी वनाग्नि की घटना के संबंध में संबंधित अधिकारियों को त्वरित गति से आवश्यक कार्यवाही के निर्देश दियें । इसके पश्चात जिलाधिकारी भी स्वंय तहसील बागेश्वर अंतर्गत वनाग्नि क्षेत्र छतीना पहुंचकर घटना के संबंध में जानकारी ली। इस अवसर पर जिलाधिकारी विनीत कुमार ने कहा कि आपदा के समय होने वाली घटनाओं से निपटने तथा घटनाओं पर त्वरित गति से रिस्पांस करने के उद्देश्य से इस प्रकार के मॉक ड्रिल का अयोजन किया जाता है, जिससे कि तत्काल आवश्यक कार्यवाही सुनिश्चित की जा सकें। उन्होंने कहा कि जहाँ एक ओर मॉक ड्रिल से राहत एवं बचाव कार्य का पूर्वाभ्यास भलि-भांति हो पाता है वही दूसरी ओर रिस्पांस समय व उपलब्ध संसाधनों का भी परीक्षण अच्छी तरत से हो पाता है। इस दौरान पुलिस अधीक्षक अमित श्रीवास्तव, मुख्य विकास अधिकारी डीडी पंत, प्रभागीय वनाधिकारी बी0एस0शाही,अपर जिलाधिकारी हेमन्त कुमार वर्मा, उपजिलाधिकारी बागेश्वर योगेन्द्र सिंह, काण्डा राकेश चन्द्र तिवारी, गरूड जयवर्द्धन शर्मा, पुलिस उपाधीक्षक शिवराज राणा, परियोजना निदेशक शिल्पी पंत, मुख्य पशु चिकित्सालय डॉ0 उदय शंकर, वरिष्ट कोषाधिकारी पूरन चन्द्र उप्रेती, मुख्य कृषि अधिकारी वीपी मौर्या, अर्थ एवं संख्याधिकारी देवेन्द्र नाथ गोस्वामी, जिला उद्यान अधिकारी आरके0 सिंह, अधि0अभि जल निगम सीपीएस गंगवार, जिला पूर्ति अधिकारी अरूण कुमार वर्मा, जिला कार्यक्रम अधिकारी राजेन्द्र प्रसाद बिष्ट, जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी शिखा सुयाल सहित इंसीडेंट रिस्पांस सिस्टम टीम नामित अधिकारी मौजूद रहें।

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