
केदारनाथ धाम के कपाट बंद हो गए हैं। इस मौके पर सूबे के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी भी मौजूद रहे। इस दौरान सीएम ने प्रदेशवासियों की सुख, समृद्धि और कल्याण की कामना की है।
केदारनाथ धाम के कपाट बंद
केदारनाथ धाम के कपाट गुरुवार को शीतकाल के लिए विधि विधान के साथ बंद हो गए हैं। इस दौरान लाखों की संख्या में श्रद्धालु मौजूद रहे। श्रद्धालुओं के जयकारों से मंदिर परिसर भक्तिमय हो गया। सीएम धामी ने केदारनाथ धाम में विशेष पूजा-अर्चना करते हुए प्रदेशवासियों की सुख, समृद्धि और कल्याण की कामना की।
सीएम ने की तीर्थ पुरोहितों और तीर्थयात्रियों से बातचीत
मुख्यमंत्री ने स्थानीय तीर्थ पुरोहितों और तीर्थयात्रियों से भी बातचीत की। सीएम धामी ने कहा कि इस साल रिकॉर्ड संख्या में श्रद्धालु बाबा केदार के दर्शन के लिए पहुंचे हैं। सीएम ने कहा कि प्रदेश सरकार के सुनियोजित प्रयासों से इस बार की चार धाम यात्रा सफल और सुचारू रूप से संपन्न हुई।
सीएम ने किया धाम क्षेत्र में चल रहे विकास कार्यों का निरीक्षण
सीएम ने कहा कि चारधाम यात्रा ना सिर्फ प्रदेश की आर्थिकी में अहम योगदान देती है, बल्कि देवभूमि उत्तराखंड को दुनिया भर में रहने वाले सनातन धर्मावलंबियों से भी जोड़ती है। सीएम ने इस मौके पर केदारनाथ धाम क्षेत्र में चल रहे विकास कार्यों का स्थलीय निरीक्षण करते भी किया।
CM ने दिए 2026 की यात्रा के लिए रणनीति तैयार करने के निर्देश
सीएम ने कहा उत्तराखंड के चार धामों के साथ ही मानसखंड से जुड़े मंदिरों में भी विभिन्न विकास कार्य पूरे किए जा रहे हैं। सीएम ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि साल 2026 की यात्रा के लिए अभी से रणनीति तय की ली जाए, ताकि समय रहते यात्रा प्रबंध पूरे किए जा सकें।
सीएम ने यात्रा को सकुशल सम्पन्न कराने में तीर्थ पुरोहितों, हक हकूकधारियों, स्थानीय कारोबारियों और श्रद्धालुओं का आभार व्यक्त किया। सीएम ने कहा बाबा केदार के धाम की यात्रा अब सकुशल सम्पन्न हो चुकी है। सीएम ने कहा प्रदेश सरकार उत्तराखंड को सनातन धर्म की आध्यात्मिक राजधानी के तौर पर विकसित कर रही है।