लालकुआं। उत्तराखंड वन विकास निगम के महाप्रबंधक कुमाऊं क्षेत्र डॉ विवेक पांडे ने गौला नदी में स्थापित विभिन्न निकासी गेटो का निरीक्षण किया, वन निगम के अधिकारियों ने बताया कि गौला नदी पर स्थापित विभिन्न निकासी गेट उप खनिज निकासी हेतु वन विकास निगम द्वारा खोले जा चुके हैं, इसके पश्चात उप खनिज निकासी ना लिए जाने पर वर्तमान में चल रहे गतिरोध के संबंध में विभिन्न वाहन स्वामियों से संपर्क किया गया, वाहन स्वामियों द्वारा अवगत कराया गया कि उनके द्वारा उप खनिज की निकासी न लिए जाने का मुख्य कारण यहाँ की रॉयल्टी दरें, उत्तराखंड राज्य के अन्य स्थानों के खनन पट्टे – राजस्व भूमि से तुलनात्मक रूप से बहुत अधिक होना है, इसके अतिरिक्त आरटीओ द्वारा समस्त वाहनों पर लगाए जा रहे जीपीएस लोड, कर, परमिट आदि भी अधिक है। महाप्रबंधक डॉ विवेक पांडे द्वारा विभिन्न वाहन स्वामियों को बताया कि रॉयल्टी की दरों की सुनवाई की प्रक्रिया अभी शासन स्तर पर विचाराधीन है, वाहन स्वामियों से गतिरोध समाप्त कर निकासी कार्य प्रारंभ किए जाने हेतु अपील की गई, परंतु वाहन स्वामियों द्वारा एक राज्य एक रॉयल्टी लागू ना होने तक किसी भी प्रकार से उप खनिज निकासी कार्य प्रारंभ ना किए जाने हेतु कहा गया है, महाप्रबंधक ने तमाम अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए कि वह गौला खनन निकासी गेटों में बराबर पैनी नजर बनाकर रखें। इस दौरान क्षेत्रीय प्रबंधक महेश चंद्र आर्य, डीएलएम गौला योगेंद्र कुमार श्रीवास्तव सहित समस्त स्टाफ उपस्थित रहा।