अंकिता हत्याकांड मामले में शुक्रवार को कोटद्वार अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश रीना नेगी की अदालत में सुनवाई हुई। जिसमें फॉरेंसिक मोबाइल यूनिट की प्रभारी एसआई संध्या नेगी और पशुलोक बैराज के फाॅरेस्ट चेक पोस्ट में तैनात रहे वनकर्मी की गवाही हुई।
स्कूटी पर आखरी बार पुलकित के साथ देखी गई थी अंकिता
शुक्रवार को गवाही में वन कर्मी और एसआई ने कई खुलासे किए हैं। फॉरेंसिक मोबाइल यूनिट की प्रभारी एसआई संध्या नेगी ने बताया कि उसने अंकिता के कमरे और सामान का निरीक्षण किया था। लेकिन मौके से उन्हें किसी तरह के चांस फिंगर प्रिंट नहीं मिले।
वन कर्मी और SI ने किए कई खुलासे
वहीं दूसरी ओर पशुलोक बैराज के फाॅरेस्ट चेक पोस्ट में तैनात रहे वनकर्मी आशीष पुरोहित ने घटना के दिन स्कूटी चला रहे पुलकित आर्य की पहचान की।
उन्होंने बताया कि पुलकित के साथ स्कूटी के पीछे एक लड़की बैठी हुई थी। इसके साथ ही स्कूटी के पीछे मोटरसाइकिल पर दो युवक सवार थे। जब उनसे पूछताछ की गई तो उन्होंने पास के गांव कौड़िया जाने की बात कही थी।
कमरे में नहीं मिला कोई चांस फिंगर प्रिंट
मिली जानकारी के मुताबिक महिला उपनिरीक्षक संध्या नेगी ने बताया कि वो फॉरेंसिक टीम के साथ 23 सितंबर को वनंतरा रिजार्ट पहुंचीं। जहां पर उन्होंने अंकिता भंडारी के कमरे का गहनता से जांच की।
अंकिता के कमरे में एक बैग था जिसमें उसके कपड़े थे। निरीक्षण के दौरान उन्होंने कमरे से चांस फिंगर प्रिंट लेने की कोशिश की लेकिन कमरे में कोई चांस फिंगर प्रिंट नहीं मिला।