प्रदेश कांग्रेस को राज्य में एक और अग्निपरीक्षा से गुजरना है। एक तरफ जहां खबर आ रही है कि कांग्रेस में गुटबाजी चरम पर है। जिस वजह से कांग्रेस चुनावों में अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाई। तो वहीं कांग्रेस के सामने प्रदेश अध्यक्ष, नेता प्रतिपक्ष उप नेता प्रतिपक्ष चुने की बड़ी जिम्मेदारी है। हालांकि नेता प्रतिपक्ष के तौर पर फिलहाल यशपाल आर्य का नाम आगे बताया जा रहा है।
गौरतलब है कि यशपाल आर्य चुनाव से ठीक पहले भाजपा से कांग्रेस में शामिल हो गए थे। कैबिनेट में मंत्री होने के बावजूद यशपाल आर्य ने भारतीय जनता पार्टी से किनारा कर लिया था। जिसके बाद कई लोगों ने यह भी कहा कि यशपाल आर्य ने मुख्यमंत्री बनने की चाह में यह कदम उठाया है। हालांकि यशपाल आर्य बजपुर सीट जीतने में कामयाब रहे।
अब लड़ाई कांग्रेस में नेता प्रतिपक्ष और प्रदेश अध्यक्ष के पद को लेकर हो रही है। माना जा रहा है कि गणेश गोदियाल को फिर से प्रदेश अध्यक्ष की कमान मिलने पर नेता प्रतिपक्ष के लिए कुमाऊ से किसी चेहरे को जिम्मेदारी दी जा सकती है। ऐसे में यशपाल आर्य का नाम रेस में आगे चल रहा है। रिपोर्ट के अनुसार फिलहाल प्रदेश प्रभारी देवेंद्र यादव ने हाईकमान को अपनी रिपोर्ट सौंप दी है।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार प्रदेश अध्यक्ष की दौड़ में भुवन कापड़ी का नाम भी चल रहा है। भुवन कापड़ी खटीमा सीट से नवनिर्वाचित विधायक हैं। जिन्होंने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को अच्छे खासे मार्जिन से हराया था। उनके अलावा भी कई नाम आगे आ रहे हैं। सबसे ज्यादा चर्चा यशपाल आर्य की होना लाजमी है। देखना दिलचस्प होगा कि भाजपा से कांग्रेस में वापसी कर चुके यशपाल आर्य और हरक सिंह रावत के भविष्य को लेकर कांग्रेस क्या रुख अपनाती है।