भगवती प्रोडक्ट्स लिमिटेड, प्लाट-18, सेक्टर-2 आईआइई, सिडकुल, पंतनगर के प्रबंधन ने एक बार फिर आज 29 अक्टूबर 2022 से गैर कानूनी रूप से श्रमिकों की गेट बंदी कर दी है। आज प्रातः निर्धारित समय पर जब श्रमिक कार्य पर पहुंचे तो कंपनी गेट पर एक कथित नोटिस लगा था कि समस्त श्रमिकों को दिनांक 1 नवंबर 2022 से भिवाड़ी राजस्थान कथित क्षमता वृद्धि ट्रेनिंग के लिए जाना है और इस प्लांट में प्रवेश भी प्रतिबंधित कर दिया गया। साथ ही कंपनी से श्रमिकों को व्हाट्सएप पत्र प्राप्त हुआ, उसमें 6 महीने की ट्रेनिंग और उसे भी बढ़ाए जाने की बात दर्ज है और पूरा पत्र स्थानांतरण पत्र के रूप में है जिसमें केवल ट्रेनिंग की बात लिखी हुई है।
ज्ञात हो श्रमिक पूर्ण रूप से प्रशिक्षित बीटेक/डिप्लोमा/आईटीआई हैं और करीब एक दशक से कंपनी में कार्य कर रहे हैं, ऐसे में क्षमता वृद्धि प्रशिक्षण का कोई औचित्य नहीं है, प्रशिक्षण कंपनी के भीतर संभव हो सकती है और प्रशिक्षण 15 दिन या ज्यादा से ज्यादा 1 महीने के लिए हो सकती है, लेकिन इसमें 6 माह की अवधि और उसे भी बढ़ाए जाने की बात लिखी है। ठीक वैसे ही जैसे लेऑफ अनिश्चितकाल तक प्रबंधन ने चलाया।
दो माह बाद फिर बेरोजगार हुऐ भगवती माइक्रोमैक्स के श्रमिक
किसी भी प्रशिक्षण के लिए भेजते समय रहने और खाने की पूरी जिम्मेदारी और प्रशिक्षण संबंधी खर्च की पूरी जिम्मेदारी कंपनी की होती है जबकि इसमें पंतनगर प्लांट में मिल रही सेवा शर्तों को बहाल रखने की बात दर्ज है। यह श्रम कानूनी प्रावधानों और कंपनी के प्रमाणिक स्थाई आदेश का खुला उल्लंघन लगातार जारी है।
यह कि यह पत्र श्रमिकों की सेवा शर्तों को ही पूरी तरीके से बदल रहा है, जो कि कंपनी के प्रमाणित स्थाई आदेश का खुला उल्लंघन है।
प्रशिक्षण के नाम श्रमिकों की फिर गेटबंदी
प्रबंधन द्वारा अनिश्चितकालीन गैरकानूनी लेआफ समाप्त करने के बाद संराधन अधिकारी श्रीमान उपायुक्त महोदय ने यह निर्देश दिया गया कि प्रबंधन किसी भी प्रकार की कोई कार्यवाही करने से पूर्व श्रम अधिकारी की अनुमति लेगा लेकिन प्रबंधन ने ऐसा नहीं किया।
कथित नोटिस और कथित पत्र में दिनांक 01/11/2022 से भिवाड़ी राजस्थान रिपोर्ट करने की बात दर्ज है और आज 29/10/2022 को ही कंपनी का गेट बंद कर दिया गया।
यह कि अनिश्चितकालीन व अवैध लेआफ समाप्त और दिनांक 01/09/2022 से श्रमिकों की कार्य बहाली होने के बाद से प्रबंधन तरह तरह से श्रमिकों को वेतन कटौती सहित उत्पीड़ित और परेशान करता रहा, उनसे हिसाब ले लेकर चले जाने का दबाव बनाता रहा, जिससे कई श्रमिक हिसाब लेकर जा चुके हैं। वर्तमान में 47 श्रमिकों में से महज 27 श्रमिक शेष बचे हैं।
कल दिनांक 28 अक्टूबर 2022 को कंपनी में एक स्थानीय कथित भाजपा नेता को कंपनी के कारखाना प्रबंधक श्री नरेंद्र त्यागी बुला रखा था। शाम को छुट्टी होने से पूर्व त्यागी जी द्वारा हम श्रमिकों को बुलाया गया और उक्त कथित नेता ने उनके समक्ष हमसे बोला कि बीच का रास्ता निकालो और हिसाब लेकर जाओ, जिसपर हम लोगों ने आपत्ति दर्ज कराई थी।
यह कि उपरोक्त से प्रबंधन की नियत और गलत मनसा स्पष्ट होती है।
ज्ञात हो कि भगवती प्रोडक्ट्स लिमिटेड के प्रबंधन ने *27 दिसंबर 2018 को 303 श्रमिकों की गैरकानूनी छंटनी की थी, जिसे माननीय औद्योगिक न्यायाधिकरण हल्द्वानी तथा माननीय उच्च न्यायालय नैनीताल ने अवैध घोषित कर दिया था। इस गैरकानूनी छँटनी के साथ प्रबंधन ने 47 श्रमिकों को लंबे समय तक गैर कानूनी लेऑफ पर बैठाए रखा*, जिसका विवाद श्रम अधिकारियों के समकक्ष चलता रहा। इस बीच प्रबंधन ने अचानक दिनांक 01/09/2022 से लेऑफ समाप्त कर श्रमिकों की कार्यबहाली कर दी।
दिनांक 14/09/2022 को संरधन अधिकारी/श्रीमान उप श्रम आयुक्त महोदय की मध्यस्थता में आईआर कार्यवाही/वार्ता में प्रबंधन ने लिखित रूप से लेऑफ वापस लेने की सूचना दर्ज कराई। साथ ही संराधन अधिकारी द्वारा यह निर्देश दिया गया था कि प्रबंधन द्वारा कोई भी कार्रवाई करने से पहले उनसे अनुमति लेगा, लेकिन प्रबंधन ने उसकी अवमानना करते हुए आज दिनांक 29/10/2022 से गेट बंद कर दिया जो कि गैर कानूनी है। कथित प्रशिक्षण के बहाने स्थानांतरण करना अवैध है।