उत्तराखंड: देहरादून – देहरादून: राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद (एनसीईआरटी) की ओर से गठित उच्च स्तरीय समिति की सिफारिश को उत्तराखंड में लागू किया जाएगा। प्रदेश के विद्यालयी शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने कहा कि एनसीईआरटी की सिफारिश को प्रदेश की किताबों में लागू करने के लिए राज्य शैक्षिक एवं प्रशिक्षण संस्थान की निदेशक वंदना गर्ब्याल को निर्देश दे दिए गए हैं।
एनसीईआरटी समिति ने किताबों में ‘इंडिया’ शब्द की जगह ‘भारत’ लिखे जाने की सिफारिश की है। इसके अलावा समिति ने सभी पाठ्यक्रमों में भारती ज्ञान प्रणाली शुरू करने की भी सिफारिश की है। रावत ने कहा कि राज्य सरकार ने पहले ही स्कूली पाठयक्रम में भारतीय ज्ञान परंपरा को शामिल करने का निर्णय लिया है। राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 के प्रावधानों के तहत पाठ्यक्रम में ‘हमारी विरासत’ नामक पुस्तक शामिल की जाएगी।
उन्होंने कहा कि इस पुस्तक को पहले चरण में छठी से लेकर आठवीं कक्षा तक लागू किया जाएगा। पुस्तक में सामग्री के संकलन के लिए गर्ब्याल की अध्यक्षता में पांच सदस्यीय समिति गठित कर दी गई है। मंत्री ने कहा कि ‘हमारी विरासत’ पुस्तक में राज्य के पौराणिक, ऐतिहासिक, सांस्कृतिक एवं राजनीतिक महत्व की जानकारी के अलावा प्रदेश की महान विभूतियों, वीरांगनाओं, सेनानियों, पर्यावरणविदों, वैज्ञानिकों, साहित्यकारों, विभिन्न आंदोलनों एवं खेलों से जुड़े व्यक्तियों को शामिल किया जाएगा।