प्रदेश के विभिन्न शहरों में दिन पर दिन सब्जियों के दाम आसमान छूते जा रहे हैं प्याज-टमाटर 40 से 50 रुपये प्रति किलो बिक रहा है। आलू के दाम 25 रुपये से अधिक हो गए हैं। अब महंगाई की दौड़ में भिंडी, खीरा, कद्दू, लौकी, बैंगन, तोरई भी आगे निकलने लगे हैं।महंगाई बढ़ने से सब्जियां रसोई से दूर होने लगी हैं। त्योहार पर सब्जियों की महंगाई ने लोगों का स्वाद बिगाड़ दिया है। महंगाई से आमजन का जीना दुर्भर हो गए है। पेट्रोल, डीजल में आंशिक मूल्यू घटाकर लोगों को लालीपोप पकड़ा कर दिलासा जैसा दिया जा रहा है।
सब्जियों के महंगे होने का कारण पिछली बारिश में फसलें नष्ट होना माना जा रहा है। इन दिनों बाजार में टमाटर 50 रुपये किलो, प्याज 40, आलू 25, लौकी 40, गोभी 50 रुपये किलो बिक रही है।
हालांकि कुछ सब्जियों के दाम 10 से 20 रुपये तक घटे भी हैं। मगर जो सब्जी लोगों के लिए जरूरी है, उसी के दाम लगातार बढ़ रहे हैं।ऐसे में गरीब और मध्यम वर्ग के सामने सब्जियां खरीदने में मुश्किल हो रही है। महंगाई के कारण दिवाली में सब्जियों के मेल न खाने से लोगों का स्वाद ही बिगड़ गया। अब भी ऐसी उम्मीद नजर नहीं आ रही है कि सब्जियों के दामों में गिरावट आएगी। लोग एक किलो सब्जी की जगह आधा ही किलो ले जा रहे हैं।