नैनीताल के मटियाली गांव में ढाई वर्षीय बच्चे को मौत के घाट उतारने वाला खूंखार गुलदार पिंजरे में हुआ कैद । फारेस्ट टीम गुलदार को रानीबाग रैस्क्यू सेंटर लेकर जाने की बात कह रही है ।
शुक्रवार देर शाम नैनीताल जिले में ज्यूलिकोट के मटियाली गांव में ढाई वर्षीय बालक घर के आंगन से गायब हो गया था । आशंका जताई गई थी की बच्चे को गुलदार उठाकर ले गया होगा । सूचना के बाद बड़ी संख्या में लोगों ने आसपास के क्षेत्र में खोजबीन की लेकिन धोर अंधेरे के कारण कुछ अता पता नहीं चल सका। प्राप्त जानकारी के अनुसार नैपाल निवासी भानु राणा और उनकी पत्नी मीना राणा अपने दो पुत्रों, 4 वर्षीय पीयूष और ढाई वर्षीय राघव के साथ गांव में रहते हैं । देर शाम राघव कमरे से निकलकर घर के आंगन में पहुंच गया और अचानक लापता हो गया । माना गया कि घात लगाकर बैठा गुलदार बच्चे को उठा ले गया । बच्चे को शिकार बनाकर गुलदार वन क्षेत्र में गायब हो गया । बच्चे के बाहर जाने की जानकारी होने पर मां उसे लेने के लिये बाहर आयी तो बच्चा नहीं मिला । क्षेत्रवासियों ने बताया कि शाम को कुछ लोगों ने उस क्षेत्र में गुलदार को देखा था ।
घटना की जानकारी मिलने के बाद से ही राघव की तलाश शुरू हो गई । शुक्रवार रात के बाद शनिवार सवेरे तलाश के दौरान राघव का श्रत विक्षत शव घर से लगभग डेढ़ किलोमीटर दूर से बरामद हो गया । दोपहर में वन विभाग ने जंगल के उस हिस्से में पिंजरा लगा दिया जिसमें रात होते होते एक गुलदार फंस गया ।विभाग के आर.ओ.भोपाल सिंह मेहता ने बताया कि गुलदार को परीक्षण के लिए रानीबाग रैस्क्यू सेंटर ले जाया जाएगा