गढ़वाल मंडल से एक बड़ी खबर सामने आ रही है यहां पर आदमखोर गुलदार महिला को निवाला बनाने वाला शिकारी की गोली से ढेर हुआ , राज्य के मशहूर शिकारी जॉय हुकिल की गोली से ढेर हुआ । क्षेत्रवासियों ने राहत की सांस ली और वन विभाग का आभार जताया जानकारी के अनुसार बता दे कि
पौङी जिले के चौबट्टाखाल तहसील के ग्राम डबरा में गुलदार ने गुरुवार को एक महिला को मौत के घाट उतार दिया था,
ग्रामीणों ने शिकारी तैनात न होने तक शव को मौके से नहीं उठाने दिया। ग्रामीणों के आक्रोश के बाद वन विभाग ने गुलदार को आदमखोर घोषित करने के बाद शिकारी को तैनात कर दिया।
शिकारी जॉय हुकिल ने गुलदार को देर रात मार दिया। उधर कोटद्वार के बेस चिकित्सालय में मृतका गोदांबरी देवी का पोस्टमार्टम किया गया।चौबट्टाखाल तहसील के अंतर्गत ग्राम डबरा निवासी गोदांबरी देवी गांव से करीब सौ मीटर दूर खेत में गुड़ाई कर रही थी। आसपास के खेतों में अन्य ग्रामीण भी कार्य में जुटे थे। करीब साढ़े दस बजे अचानक गोदांबरी की गर्दन पर झपट्टा मारा, जिससे वह विरोध भी नहीं कर सकी और उनकी मौत हो गई। आसपास मौजूद ग्रामीणों ने शोर मचाया, लेकिन गुलदार शव के समीप से नहीं हटा और शव को खाने लगा। कुछ देर बाद शोर सुन अन्य ग्रामीण मौके पर पहुंचे और पत्थर व डंडे फेंक गुलदार को मौके से भगाया। इसके बाद भी गुलदार आसपास ही झाड़ियों में ही बैठा रहा।
सूचना मिलने के बाद गढ़वाल वन प्रभाग की दमदेवल रेंज से रेंज अधिकारी शुचि चौहान मय टीम मौके पर पहुंची, जहां उन्हें ग्रामीणों के आक्रोश का सामना करना पड़ा। ग्रामीण एकस्वर में गुलदार को आदमखोर घोषित कर उसे मारने की मांग कर रहे थे। ग्रामीणों ने वन विभाग को मौके से शव नहीं उठाने दिया। करीब चार घंटे चली वार्ता के बाद वन महकमे ने गुलदार को आदमखोर घोषित कर शिकारी जॉय हुकिल को गांव में तैनात कर दिया। साथ ही गांव में पिंजरा भी लगा दिया, जिसके बाद ग्रामीणों ने शव को उठाने दिया। गुलदार के हमले में मारी गई गोदांबरी देवी के शव को गुलदार ने ग्रामीणों के बीच से चार बार खींचने का प्रयास किया। घटना से ग्रामीणों में जबरदस्त आक्रोश बना हुआ था। इधर गुलदार के आतंक से निजात मिलने पर ग्रामीणों ने वन विभाग का आभार व्यक्त किया है।