हिमाचल में आसमानी आफत का कहर जारी है। मंडी और कुल्लू में लगातार मूसलाधार बारिश की वजह से ब्यास नदी उफान पर है। भूस्खलन के कारण राष्ट्रीय राजमार्ग 3 पर मंडी से कुल्लू की ओर ट्रैफिक की आवाजाही बंद है। ब्यास नदी नदी के किनारे काम पर लगी कई गाड़ियां और जेसीबी तेज बहाव की चपेट में आ गई है। तस्वीरें बेहद डरावनी हैं। पानी का सैलाब ऐसा है जो सब कुछ बहा ले जा रहा है।
ब्यास नदी नदी ने लिया बेहद डरावना रूप
हिमाचल के मंडी में ब्यास नदी नदी इस कदर उफान पर है कि नदी किनारे बना भगवान शिव का विशाल शिवलिंग पानी में डूब गया है। ब्यास नदी नदी का पानी शहर में घुस रहा है। नदी ओवर फ्लो हो रही है। भारी बारिश के बाद पानी का वेग ऐसा है जो अपने साथ सबकुछ बहा ले जाने को आमादा है। मंडी शहर में ब्यास नदी नदी के बिलकुल किनारे बना प्राचीन मंदिर, पंचवक्ता भी पूरी चरह जल समाधि ले चुका है।
कुल्लू-मनाली में भी खौफनाक मंजर
वहीं मनाली में भारी बारिश के बाद एक घर पानी के तेज बहाव में समा गया। जब तक लोग कुछ समझ पाते उससे पहले देखते ही देखते नदी के तेज बहाव ने घर को अपनी आगोश में ले दिया। कुल्लू से भी डराने वाली तस्वीरें सामने आई हैं। यहां नदी के तेज बहाव में कार बह गई। भारी बारिश के बाद नदी के किनारे पर तेजी से कटाव हुआ। उसकी वजह से नदी के किराने खड़ी कार देखते ही देखते पानी में समा गई। भारी बारिश की वजह से प्रशासन ने श्री खंड यात्रा को दो दिनों के लिए बंद कर दिया है। मनाली देश दुनिया से पूरी तरह कट चुका है। मनाली पहुंचने के दोनों मार्ग फिलहाल वारिश की भेंट चढ़ गए हैं। मुख्य सड़क का बड़ा हिस्सा, ब्यास नदी नदी की चपेट में आने से बह गया।
चंबा की रावी नदी ने लिया रौद्र रूप
चंबा में भी 2 दिन से लगातार दिन रात मूसलाधार वर्षा हो रही है। जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है और तापमान भी काफी गिर गया है। जिला चंबा की रावी नदी भी पूरे उफान पर है और अपना रौद्र रूप दिखा रही है। चंबा के प्रसिद्ध पर्यटन स्थल डलहौजी में भी मूसलाधार वर्षा से जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया है और यहां आए पर्यटक मूसलाधार वर्षा की वजह से होटलों में दुबक कर रह गए हैं।