मौसम विभाग के द्वारा एक बार फिर नैनीताल समेत छह जिलों के लिए बारिश का अलर्ट जारी किया है। बता दें कि कहीं पर धूप खिल रही है तो कहीं पर बारिश ने त्राहिमाम मचाया हुआ है। कपकोट में तो बारिश से 10 मोटर मार्गों में भारी मात्रा में मलबा और बोल्डर आदि जमा हो गए हैं। जिससे यातायात प्रभावित हो गया है।जिले में बूंदाबांदी का सिलसिला लगातार जारी है। कपकोट में 63 एमएम बारिश दर्ज की गई है। जिससे सरयू नदी में सिल्ट आ गई है। पेयजल योजनाएं भी प्रभावित हो रही हैं। पानी की आपूर्ति पर असर पड़ रहा है।
बंद हुए रास्ते :-
चीराबगड़-पोङ्क्षथग, तोली, धरमघर-माजखेत, शामा-लीती-गोगिना, पुड़कुनी, कपकोट-कर्मी, बघर, शामा-नाकुरी, रिखाड़ी-वाछम और बदियाकोट मोटर मार्ग मलबा और बोल्डर आदि आने से आवागमन के लिए बंद हो गए हैं।
बहरहाल 20 हज़ार लोगों को प्रभावित करती बंद सड़क को खोलने के प्रयास शुरू हो गए हैं। दूसरी तरफ जिले के गरुड़, बागेश्वर, कांडा, काफलीगैर आदि स्थानों पर बारिश नहीं होने के कारण किसान परेशान हैं। लिहाजा एक ओर बारिश इतनी हो रही है और एक तरफ लोग बारिश को तरस रहे हैं।
बता दें कि बारिश के लिए सभी अधिकारियों और फील्ड कर्मचारियों को अलर्ट जारी किया गया है। वहीं, मौसम विभाग ने एक बार फिर देहरादून, नैनीताल समेत छह जिलों में भारी बारिश की आशंका जताई है। बारिश को लेकर ऑरेंज अलर्ट जारी किया है।
शुक्रवार को प्रदेश के ज्यादातर क्षेत्रों में सुबह से ही धूप खिली रही। हालांकि कुमाऊं मंडल के पर्वतीय क्षेत्रों में भारी बारिश दस्तक दे रही है। उधर, पिथौरागढ़ में धारचूला तहसील में भारी बारिश से चीन सीमा को जोडने वाला कुलागाड़ पुल बह गया है।
मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक बिक्रम सिंह ने बताया कि देहरादून, पौड़ी, टिहरी, नैनीताल, बागेश्वर व पिथौरागढ़ में गरज के साथ भारी बारिश होने की पूरी उम्मीद है। कहीं कहीं पर भारी बारिश हो सकती है। रविवार को भी इन जिलों में बारिश का क्रम बना रह सकता है।