जसपुर के निलंबित कोतवाल अशोक कुमार पर दुष्कर्म का आरोप लगाने वाली पीड़ित महिला ने भारी मात्र में नींद की गोलिया खा लीं। गंभीर हालत में उसे पहले एनडी भट्ट अस्पताल में भर्ती कराया गया। चिकित्सकों ने उसे हायर सेंटर रेफर कर दिया महिला की हालत गंभीर बनी हुई। गुरुवार को महिला का कथित तौर पर एक वीडियो भी वायरल हुआ था जिसमें वह कह रही है कि जिसमें वह कोतवाल पर लगाए आरोपों को वापस लेने की बात कह रही है।
डीजीपी ने किया था निलंबित
बीते मंगलवार को डीजीपी अशोक कुमार ने यौन शोषण के आरोप में जसपुर कोतवाल अशोक कुमार को निलंबित कर दिया थ। वहीं इस मामले की जांच के सीओ काशीपुर वंदना वर्मा को सौंपी गई ।निरीक्षक अशोक कुमार एक महिला के यौन उत्पीड़न के मामले में फंसे हैं। महिला ने अशोक कुमार, पुलिस महानिदेशक, उत्तराखण्ड के समक्ष प्रस्तुत होकर शिकायती प्रार्थना पत्र दिया था। जिसमें उनके द्वारा जसपुर थाना प्रभारी पर पद का दुरुपयोग करने के तथाकथित आरोप लगाए गए थे। इस दौरान महिला ने पुख्ता सबूत भी उपलब्ध कराए थे।
महिला ने सौंपा था वीडियाे
महिला ने सबूत के तौर पर एक वीडियो भी सौंपा था, जिसमें निरीक्षक अशोक कुमार महिला के साथ दिखाई दे रहे हैं। इससे पहले जसपुर कोतवाल अशोक कुमार पूर्व में कोतवाली के निरीक्षक थे, जहां उन पर कांग्रेसियों के उत्पीड़न का आरोप लगा था। विधायक तिलकराज बेहड़ के सदन में मामला उठाने के बाद उनका तबादला किच्छा से जसपुर कर दिया गया था। अशोक कुमार मूल रूप से हरिद्वार जनपद के रहने वाले हैं। गौरतलब है कि कोतवाल अशोक कुमार शिकायत के बाद अभी कुछ माह पूर्व ही किच्छा प्रभारी निरीक्षक के पद से हटाए गए थे और जसपुर कोतवाली भेजे गए थे।