राज्य में लगातार दूसरी बार सरकार बनाने के बाद से ही मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी समेत सभी कैबिनेट मंत्री एक्टिव मोड में नजर आ रहे हैं। कैबिनेट मंत्री बड़े फैसले लेने से परहेज करते नहीं दिख रहे हैं। चाहे वो गणेश जोशी हों, सुबोध उनियाल हों या चंदन राम दास हों, पिछले कुछ ही दिनों में तीनों मंत्रियों ने धामी सरकार के तेवरों को साफ कर दिया है।
बता दें कि बीते दिनों कृषि मंत्री गणेश जोशी के निर्देशानुसार निदेशक गौरीशंकर ने 45 से ज्यादा अफसर और कर्मचारियों के अटैचमेंट निरस्त कर दिए थे। कृषि मंत्री ने स्वयं ही समीक्षा के बाद उद्यान और कृषि विभाग में सभी ऐसे अफसरों के खिलाफ कार्रवाई करने के निर्देश दिए थे जिन्होंने तबादले के तीन महीने बाद भी नई जगह ज्वाइन नहीं किया है। इसी कड़ी में अब रेशम विभाग के निरीक्षक सुभाष डंडरियाल को सस्पेंड कर दिया गया है
दरअसल कृषि एवं उद्यान मंत्री गणेश जोशी को रेशम विभाग के निरीक्षक सुभाष को लेकर ये शिकायत मिली थी कि वह तबादले के बाद भी नई जगह ज्वाइन नहीं कर रहे हैं। इसके बाद सुभाष को अल्मोड़ा में सहायक निदेशक कार्यालय से अटैच कर दिया गया है। साथ ही उपनिदेशक रेशम प्रदीप कुमार को मामले की जांच की जिम्मेदारी सौंपी गई है। जिन्हें दो महीने के अंदर विभाग को रिपोर्ट देनी होगी।
वहीं, आपको याद दिला दें कि बीते दिनों परिवहन मंत्री चंदन राम दास ने 24 घंटे के अंदर अपना फैसला बदल दिया था। दरअसल उन्होंने पहले रोडवेज के चार डिपो के विलय की घोषणा की और 24 घंटे के भीतर ही इसे रोक भी दिया था। इसके अलावा वन मंत्री सुबोध उनियाल ने भी हाल ही में दो सीनियर अफसरों के जबरन रिटायरमेंट की संस्तुति की थी। गौरतलब है कि ब्यूरोक्रेसी को लेकर सरकार के मंत्री लगातार सख्त रुख अपनाए हुए हैं।