जीआरपी की दो महिला कॉन्स्टेबल की तत्परता से दो बिछड़े बच्चे परिजनों को हुए सुपुर्द

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राजकीय रेलवे पुलिस कि यदि जरा सी चूक हो जाती तो दो नाबालिग बच्चे अपने परिजनों से बिछड़ जाते हैं लेकिन हरिद्वार की जीआरपी ने त्वरित कार्रवाई करते हुए गुमशुदा दोनों बच्चों को उनके परिजनों से मिलाया जिसके बाद परिजनों ने राहत की सांस ली।
मामला बीते रोज रविवार का है जहां दो नाबालिग बच्चे. रेलवे स्टेशन परिसर में घूम रहे थे, जो संदिग्ध प्रतीत हो रहे थे, रात्रि ड्यूटी में तैनात दो महिला कांस्टेबल ने जब जीआरपी जवानों ने दोनों बच्चों से पूछताछ की तो वह स्पष्ट जवाब नहीं दे पाये जिन्हे सुरक्षा की दृष्टि से थाना कार्यालय में महिला कांस्टेबल की निगरानी में बैठाया गया व पूछताछ की गई तो ज्ञात हुआ कि उक्त बालकों के संबंध में थाना कापासेड़ा नई दिल्ली में मुकदमा अपराध संख्या 110 /23 धारा 363 दर्ज है. इस पर संबंधित थाने को सूचित कर उक्त बालकों के संबंध में अवगत कराया गया जिस पर थाना कापासेड़ा के हेड कांस्टेबल भगवान सहाय मीणा अपनी टीम के साथ जीआरपी कार्यालय पहुंचे जहां पर उन दोनों बालक और बालिका को सकुशल दिल्ली पुलिस टीम को सुपुर्द कर दिया गया। जिस संबंध में दिल्ली पुलिस व आम जनमानस.रेलवे प्रसासन द्वारा जीआरपी हरिद्वार पुलिस की भूरी भूरी प्रशंसा की गई।

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