हरिद्वार : यहां महिला के साथ हैवानियत की सारी हदें पार कर दीं गईं। हैरानी की बात है कि दरिंदगी करने वाला और कोई नहीं उसका पति ही निकला। पति की क्रूरता के बाद पत्नी अस्पताल में जिंदगी और मौत के बीच झूल रही है।
प्राप्त जानकारी के अुनसार, महिल की गलती सिर्फ इतनी थी कि वह समय पर अपने पति को खाना नहीं परोस सकी। पुलिस ने केस दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी है। पुलिस के मुताबिक, यूपी के मुजफ्फरनगर के मंसूरपुर गांव निवासी सोमनाथ की बेटी बेबी की शादी लगभग 18 साल पहले उत्तराखंड के हरिद्वार जिले के खानपुर थाने के तुगलपर गांव के विजयपाल उर्फ सेठू के साथ हुई थी।
आरोप है कि साल भर से सेठू ने कामधाम करना छोड़ दिया। पत्नी इससे परेशान थी। नौकरी चले जाने के बाद पति-पत्नी के बीच अकसर विवाद होता रहता था। रसोई में सामान नहीं होने से उसके घर खाना नहीं पका। इसे लेकर पति पत्नी के काफी झगड़ा हो गया। आरोप है कि इसी बीच सेठू ने घर में रखा पेट्रोल उठाकर पत्नी पर डाल दिया।
बदहवास पत्नी कुछ समझती, इससे पहले आरोप है कि पति ने उसे आग ला दी। आग की लपटों में घिरी पत्नी की चीख पुकार सुनकर आए पड़ोसियों ने किसी तरह आग बुझाने की काफी कोशिश की थी। लेकिन, पीड़ित महिला-बेबी काफी हद तक जल चुकी थी। बेबी को खानपुर सीएचसी ले जाया गया।
सीएचसी से बेबी को जिला अस्पताल हरिद्वार और वहां से आगे देहरादून रेफर किया गया। इस दौरान जानकारी मिलने पर खानपुर पुलिस भी वहां पहुंच गई थी। करीब 70 फीसदी जल चुकी विवाहिता को अस्पताल में भर्ती है। यूपी के मुजफ्फरनगर से आए मायके वालों की तहरीर पर पुलिस ने आरोपी पति के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। वह देहरादून के अस्पताल में भर्ती है। डॉक्टरों के मुताबिक 70 फीसदी जल चुकी महिला की हालत अत्यंत गंभीर है।