आय से अधिक संपत्तियां अर्जित करने के मामले में विजिलेंस ने हरिद्वार जिले के एक ब्लॉक के ग्राम विकास अधिकारी को गिरफ्तार कर लिया। उसके खिलाफ चार साल पहले मुकदमा दर्ज किया गया था। जांच में उसकी संपत्ति ज्ञात स्रोत से अर्जित धन से करीब 314 फीसदी अधिक है। इसमें लग्जरी गाड़ियों से लेकर गाजियाबाद में अलीशान दो मंजिला मकान तक शामिल है। आरोपी को अब शनिवार को स्पेशल विजिलेंस कोर्ट में पेश किया जाएगा।
विजिलेंस से मिली जानकारी के अनुसार आरोपी ग्राम विकास अधिकारी पर आय से अधिक संपत्ति को लेकर शिकायत दर्ज की गई थी। विजिलेंस की जांच में पाया गया कि आरोपी की दिनांक 01.01.2007 से 31.12.2018 तक अर्जित कुल प्राप्त आय एक करोड पचास लाख बावन हजार एक सो उनसठ रुपये व कुल छः करोड तेईस लाख बत्तीस हजार एक सो उनसठ रुपये प्राप्त हुए है।
चार करोड बहत्तर लाख अस्सी हचार रुपये अधिक होना पाया गया है, जो कि आय के सापेक्ष 314 प्रतिशत अधिक है। जब आरोपी से इन संपत्ति के बारे में पूछताछ की गई तो इसका कोई जबाव नहीं मिला।
आरोपी के पत्नी के नाम पर (1) जनपद हरिद्वार में विभिन्न स्थानों पर 07 भू-खण्ड (2)- गाजियाबाद में 01 डुप्लेंक्स बिल्डिंग,01 भू-खण्ड, (3) बुलन्दशहर में 01 भू-खण्ड, (4) 01 मर्सडीज कार (मूल्य रू. 50 लाख), 01 हुण्डई कार (मूल्य रू. 24 लाख), तथा 03 दुपहिया वाहन (02 एक्टिवा व 01 बुलेट) होने पाये गये।
विवेचना के बाद पर्याप्त तथ्यों के आधार पर शासन द्वारा आरोपी रामपाल के विरुद्ध न्यायालय में अभियोजन चलाये जाने की अनुमति प्रदान की गई, जिसके क्रम में आज आरोपी को सतर्कता सैक्टर कार्यालय देहरादून पर नियमानुसार हिरासत में लिया गया ।
विजिलेंस की जनता से अपील- यदि कोई राज्य के सरकारी विभागों में नियुक्त अधिकारी/कर्मचारी एवं लोक सेवक द्वारा लोक कर्तव्य के निर्वहन में अपने आचरण द्वारा या अन्य प्रकार के असम्यक लाभ (पारितोषण) हेतु अवैध मांग या किसी को प्रेरित कराकर रिश्वत (उत्कोच) की मांग की जाती है या उसके द्वारा आय से अधिक अवैध सम्पत्ति अर्जित की गयी हो, तो इस सम्बन्ध में सतर्कता अधिष्ठान के टोल फ्री हैल्पलाइन नम्बर-1064 एवं Whatsapp नम्बर 9456592300 पर सम्पर्क कर भ्रष्टाचार के विरूद्ध अभियान में निर्भीक होकर सूचना दें।