देहरादून: भाजपा को हिन्दू-मुस्लिम की राजनीति करने के बाद भी कई सीटों पर हार की चिंता सता रही है। खास बात यह है कि उसके लिए भी भाजपा धर्म का सहारा ही लेने जा रही है। जानकारी के अनुसार पीएम मोदी 10 या 11 फरवरी को देवप्रयाग में संगम आरती कर सकते हैं। जिस तरह से पीएम मोदी को कार्यक्रम तय करने का प्रस्ताव भेजा गया है। उससे एक बात तो साफ है कि टिहरी जिले में भाजपा खुदको कमजोर समझ रही है।
भाजपा को चुनाव प्रचार के दौरान कई सीटों पर स्थिति कमजोर लग रही है। ऐसे में संगठन स्तर से भी भाजपा ने ऐसी सीटों पर जोर लगाना शुरू कर दिया है। मतदान से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दो-तीन दौरे होने से कमजोर सीटें भी भाजपा के पक्ष में आ सकती है। पार्टी सूत्रों के मुताबिक मोदी हरकी पैड़ी पर आरती करने के बजाए देवप्रयाग संगम स्थल पर आरती कर सकते हैं। उनका 10 व 11 फरवरी को आने की संभावना है।
देवप्रयाग से ही मोदी वर्चुअल संबोधित कर सकते हैं। मोदी के दौरे को लेकर भाजपा भी अप्रत्यक्ष रूप से तैयारी में जुटी है। गढ़वाल के बाद भाजपा कुमाऊं में भी मोदी का चुनावी दौरा कराने की तैयारी कर रही है। हालांकि भाजपा ने 7 से 11 फरवरी क पीएम मोदी के प्रदेश की पांच लोक सभा सीटों में वर्चुअल जन चौपाल कार्यक्रम तय कर दिए हैं।
सवाल यह भी है कि क्या भाजपा राहुल गांधी के उत्तराखंड दौरे से घबरा गई है। खासकर राहुल गांधी ने जिस तरह से तराई के किच्छा में किसानों से संवाद किया और उसके बाद हरिद्वार में गंगा पूजा की और फिर आरती में भी शामिल हुए। उससे भाजपा को रणनीति बदलनी पड़ी और अब पीएम मोदी का कार्यक्रम तय किया जा रहा है। माना जा रहा है कि संगम आरती का जो विकल्प रखा गया है, वह राहुल गांधी की गंगा आरती के जवाब के रूप में तय किया गया है।