आर्थिक तंगी के चलते हल्द्वानी निवासी युवक आत्‍महत्‍या को रेलवे ट्रैक पर बैठा, ट्रेन नहीं आई तो काट लिया अपना गला

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लॉकडाउन के बाद से आर्थिक तंगी झेल रहे हल्द्वानी निवासी एक व्यक्ति ने कोटद्वार रेलवे स्टेशन के समीप अपना गला रेतकर आत्महत्या करने का प्रयास किया। घायलवस्था में रेल पटरी के किनारे पड़े व्यक्ति को पुलिस द्वारा राजकीय बेस चिकित्सालय कोटद्वार पहुंचाया गया। व्यक्ति विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूड़ी भूषण से आर्थिक मदद की गुहार लगाने कोटद्वार आया था।

अस्पताल में भर्ती घायल हल्द्वानी कुसुमखेड़ा निवासी तारा दत्त (50) ने बताया कि वह हल्द्वानी में ट्रेडिंग का कारोबार करता था। लेकिन, कोरोना को लेकर लगाए गए लॉकडाउन के बाद से उसका करीब 70 लाख रुपये बाजार में फंस गया है। अपनी जमा पूंजी व कई रिश्तेदारों से पैसा उधार लेकर व्यापार में लगा दिया है। ऐसे में अब उसे आर्थिक समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है।

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परिवार की आर्थिकी को चलाने के लिए वह कई बार प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, राज्य रक्षा मंत्री अजय भट्ट सहित प्रदेश के अन्य कई काबीना मंत्रियों से गुहार लगा चुका है। लेकिन, अब तक उसे कोई मदद नहीं मिली।


वह दो दिन पूर्व उत्तराखंड की विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूड़ी भूषण से मदद की गुहार लगाने पहुंचा था। कार्यालय के चक्कर काटने के बाद उसे मालूम चला कि विधानसभा अध्यक्ष कोटद्वार में मौजूद नहीं हैं। जिसके बाद उसने मदद का पत्र विधानसभा अध्यक्ष के पीआरओ को दिया और ट्रेन से कटने के लिए कोटद्वार रेलवे स्टेशन के समीप रेलवे पटरी पर चला गया। काफी इंतजार करने के बाद भी जब ट्रेन नहीं आई तो उसने ब्लेड से अपना गला रेत दिया।

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वरिष्ठ उपनिरीक्षक जगमोहन सिंह रमोला ने बताया कि घायल तारा दत्त की जेब से एक सुसाइड नोट भी बरामद हुआ है। जिसमें उसने अपनी मौत के लिए स्वयं को जिम्मेदार ठहराया है। घायल का बेस चिकित्सालय में उपचार किया जा रहा है

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