राजस्थान में विधानसभा चुनाव के लिए मतदान की प्रकिया पूरी हो चुकी है। इस बार लोगों ने एक बार फिर प्रदेश में बंपर वोटिंग की। चुनाव आयोग की मानें तो प्रदेश में इस बार 2018 की तुलना में 1 फीसदी ज्यादा मतदान हुआ है। राजस्थान के जोधपुर और बाड़मेर की कई सीटों पर देर रात 10 बजे तक वोटिंग होती रही। इस बीच गंगानगर के रायसिंहनगर विधानसभा क्षेत्र से एक चैंकाने वाला मामला सामने आया है। यहां अधिकारियों की लापरवाही के चलते 95 साल का बुजुर्ग बैरंग लौट गया। एकतरफ जहां चुनाव आयोग मतदाताओं को मतदान केंद्र पर लाने के लिए तरह-तरह के जतन करती है तो वहीं दूसरी ओर मत डालने गए बुर्जुग को मतदान किए बिना ही वापस लौटना पड़ा।
मला गंगानगर जिले के रायसिंहनगर सीट का है। यहां ततारसर निवासी 95 साल के बुजुर्ग निरंजन आर्य अपने परिजनों के साथ मतदान करने के लिए बूथ पर गए। वहां जाने पर उनको अधिकारियों ने बताया कि बीएलओ ने उनको मृत बता दिया है। इसलिए वह मतदान नहीं कर सकते। इसके बाद बुजुर्ग के परिजनों ने अधिकारियों से जीवित होने के अन्य कई सबूत दिखाए लेकिन अधिकारियों ने उनकी एक नहीं सुनी।
2018 के चुनाव में किया था मतदान
वहीं मामले में निरंजन आर्य ने कहा कि वह 50 साल से गांव में रह रहे हैं। पिछले चुनाव में उन्होंने मतदान भी किया था मगर बीएलओ की लापरवाही के चलते इस बार उन्हे मृत घोषित कर दिया है। निरंजन ने बताया कि उनकी पत्नी की मौत हो चुकी है। ऐसे में सरकारी कर्मचारियों ने उनकी पत्नी के साथ उनको भी मृत मान लिया। बता दें कि इस बार चुनाव आयोग ने पहली बार होम वोटिंग की सुविधा शुरू की। इसके तहत 80 साल से ज्यादा की उम्र के सभी बुजुर्गों ने घर पर ही मतदान किया।