राज्य के रुद्रप्रयाग से एक बड़ी खबर सामने आ रही है बता दें कि कोरोना की दूसरी लहर के बाद स्थिति सुधरने के बाद 50 दिनों की यात्रा में ही 2,39700 तीर्थ यात्रियों ने बाबा केदार के दर्शन किए। हालांकि कपाट खुलने के बाद 72 दिनों की यात्रा में किसी भी यात्री को केदारनाथ धाम जाने की अनुमति नहीं थी।हाईकोर्ट के निर्देशों के बाद सरकार ने 18 सितम्बर को चारधाम यात्रा शुरू की। शुरूआती दिनों में यात्रियों को कोविड की जांच के लिए कई प्रक्रियाओं से गुजरना पड़ा किंतु बाद में इसके भी आसान कर दिया। कोविड जांच की बंदिशों में ढिलाई मिलते ही बड़ी संख्या में देश के कोने कोने से यात्री केदारनाथ धाम पहुंचने लगे। मंदिर के सभा मंडप के साथ ही गर्भ गृह से दर्शन कर लोग बाबा केदार के दर्शन करने लगे।
यात्रा मार्ग पर स्थित होटल, ढाबे और कारोबारी भी यात्री न आने से काफी मायूस रहे किंतु जैसे ही हाईकोर्ट के निर्देशों के बाद यात्रा शुरू हुई तो यात्रा से जुड़े कारोबारियों ने भी राहत की सांस ली। 50 दिनों की यात्रा में कारोबारियों ने भी अच्छे कारोबार कर खुशी जताई। वहीं बीते साल 2020 में पूरे सीजन में 1,35023 तीर्थ यात्रियों ने बाबा केदार के दर्शन किए थे।जबकि कोविड संक्रमण के चलते यात्रा में काफी बदलाव करने पड़े। सरकार, देवस्थानमं बोर्ड और प्रशासन द्वारा यात्रा संचालन को लेकर कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए।जिसके चलते पहले मंदिर के बाहर से ही दर्शन की अनुमति दी गई जबकि इसके बाद सभा मंडप से ही दर्शन कराए गए। बाद में अंतिम दिन यात्रियों के उत्साह को देखते हुए साढ़े 9 घंटे तीर्थयात्री गर्भ गृह में जाकर बाबा के दर्शन कर सके।