देहरादून : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के महत्वकांक्षी परियोजनाओं में से एक ऋषिकेश कर्णप्रयाग रेल परियोजना ऋषिकेश कर्णप्रयाग रेल परियोजना ने रफ्तार पकड़ ली है, आप जल्द ही पहाड़ में ट्रेन को दौड़ते हुए देखेंगे। जी हां बता दें कि ऋषिकेश कर्णप्रयाग तक जल्द ही छुक छुक की आवाज सुनाई देगी
उत्तराखण्ड के विकास को लेकर प्रतिबद्ध देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट अब मूर्त रूप लेने लगे हैं।
जहां एक ओर आल वेदर रोड लगभग पूरी तरह बनकर तैयार हो गई है वहीं ऋषिकेश कर्णप्रयाग रेल परियोजना भी तेजी से धरातल पर उतर रही है। इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि महज पांच माह के भीतर 25 किलोमीटर सुरंग बनकर तैयार भी हो गई है। इसके साथ ही परियोजना में अब तक कुल 50 किलोमीटर टनलिंग का काम पूर्ण हो चुका है। बता दें कि इस 125 किलोमीटर लंबी इस रेल परियोजना का अधिकांश भाग सुरंग के भीतर से होकर ही गुजरेगा। इसके लिए 105 किलोमीटर लंबी सुरंग का निर्माण कार्यदाई संस्थाओं द्वारा विभिन्न फेज के तहत किया जा रहा है।
अनुसार ऋषिकेश कर्णप्रयाग रेलवे लाइन परियोजना के अंतर्गत बनने वाली 105 किलोमीटर लंबी सुरंग में से 50 किलोमीटर सुरंग बनकर तैयार हो चुकी है। बता दें कि 105 किलोमीटर लंबी सुरंग के निर्माण के लिए इस परियोजना में सात एडिट टनल बनाई जानी है, जिनकी लंबाई करीब चार किलोमीटर है। इसके अतिरिक्त छ: किलोमीटर लंबी सुरंगों के समांतर उतनी ही लंबाई की एस्केप चैनल भी बनाए जाएंगे, जिनकी कुल लंबाई 98 किलोमीटर बताई जा रही है।सबसे खास बात तो यह है कि देश में अब तक बनी रेलवे सुरंगों के अपेक्षाकृत ऋषिकेश कर्णप्रयाग रेलवे लाइन की सुरंगों का निर्माण कार्य काफी तेज गति से हो यह है। जिस कारण कार्यदाई संस्थाओं द्वारा इस रेलवे लाइन परियोजना का निर्माण कार्य नित नए नए आयाम स्थापित कर रहा है। जो अपने आप में काफी अभूतपूर्व है।